इराक में 39 भारतीयों की मौतः नरेंद्र मोदी सरकार ने दो साल में 6 बार कहा जिंदा हैं सभी बंधक भारतीय
By आदित्य द्विवेदी | Published: March 21, 2018 10:02 AM2018-03-21T10:02:02+5:302018-03-21T10:02:02+5:30
भारतीयों को बंधक बनाए जाने के दो साल में ऐसे 6 मौके आए जब भारत सरकार की तरफ से मोसुल से बंधक भारतीयों के जीवित और सुरक्षित होने की बात कही गई।
नई दिल्ली, 21 मार्च: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को राज्यसभा में इराक के बंधक भारतीयों की मौत की जानकारी दी। विदेश मंत्री ने बताया कि 2014 में इराक के मोसुल शहर से जिन 40 भारतीयों को आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने बंधक बनाया था उनमें से 39 की मौत हो चुकी है। एक बंधक भारतीय किसी तरह अपनी जान बचाकर भाग निकला था। बाकी बचे सभी 39 लोगों को मोसुल से बदूश ले जाया गया। वहां सभी का सामूहिक कत्ल करके दफना दिया गया। सूत्रों के हवाले से पहले भी ऐसी कई रिपोर्ट्स आ चुकी हैं जिसमें बंधक भारतीयों की मौत की पुष्टि की जा रही थी। लेकिन भारत सरकार बिना सबूतों के इसे मानने से इनकार करती रही। सुषमा स्वराज का कहना था कि इराक में लापता 39 भारतीयों को बिना सबूत मृत नहीं बताया जा सकता, ये पाप है। दो साल में ऐसे 6 मौके आए जब भारत सरकार की तरफ से मोसुल से बंधक भारतीयों के जीवित और सुरक्षित होने की बात कही गई। बता दें कि भारत में मोदी सरकार के गठन के बाद ही मई 2014 में इन भारतीयों को आतंकी संगठन आईएस ने बंधक बना लिया था।
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23 जून 2014: संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, 'हमें एक बार फिर सुनिश्चित किया गया है कि बंधक भारतीयों को अभी तक कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।'
25 जुलाई 2014: भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा, 'जैसा कि बंधक भारतीयों का सवाल है, हमारे पास किसी से सीधा संपर्क नहीं हो सका लेकिन मैं अन्य सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के आधार पर कह सकती हूं कि वो जीवित और सुरक्षित हैं। उन्हें नियमित खाना मिल रहा है।'
4 अगस्त 2014ः सुषमा स्वराज ने संसद में कहा, 'सिर्फ एक नहीं, बल्कि कई सूत्रों ने मुझे बताया है और मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकती हूं कि मोसुल से बंधक भारतीय जिंदा हैं।'
6 अगस्त 2014: सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में कहा, 'जैसा कि मोसुल से बंधक भारतीयों का सवाल है, मैं जिम्मेदारी के साथ कहना चाहती हूं कि वो जीवित और सुरक्षित हैं। हमें अफवाहों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। मैं उनके परिजनों से कई बार मुलाकात कर चुकी हूं।'
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22 फरवरी 2015: बंधक भारतीयों के परिजनों से मिलने के बाद सुषमा स्वराज ने कहा, 'पंजाब के कुछ परिवार हैं जिनके रिश्तेदार इराक में बंधक बना लिए गए हैं। आज मैंने छठवीं बार इनसे मुलाकात की। जब भी वो मिलने आते हैं मैं इस केस की ताजा अपडेट के बारे में बताती हूं। जब कि मैंने पहले भी कहा कि अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिससे पता चले कि वो जीवित हैं या मौत हो गई। हमारे प्रयासों से पता चला है कि वो अभी भी जीवित हैं। इसलिए उनकी खोजबीन के सारे प्रयास किए जा रहे हैं।'
22 जुलाई 2015: केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने लोकसभा में एक अतारांकित प्रश्न के जवाब में लिखा, 'इराक के मोसुल से भारतीयों का अपहरण सरकार के लिए बड़ी चिंता का विषय है। भारत सरकार इराक की सरकार से लगातार संपर्क बनाए हुए। जैसा कि ताजा जानकारी मिल रही है कि वो सभी सुरक्षित हैं। बंधकों को सुरक्षित बचाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।'