भारतीय नौसेना की ताकत होगी डबल, 26 राफेल विमानों को शामिल करने के लिए डील हुई पक्की
By अंजली चौहान | Published: July 15, 2023 09:29 AM2023-07-15T09:29:22+5:302023-07-15T09:33:11+5:30
डसॉल्ट एविएशन की ओऱ से पुष्टि की गई है कि भारतीय नौसेना के लिए भारत सरकार ने 26 राफेल विमानों पर सहमति बनाई है।
नई दिल्ली: भारत सरकार ने नौसेना को और मजबूत करने और उन्नत लड़ाकू विमानों से लैस करने के लिए शनिवार को राफेल लड़ाकू विमानों के चयन की घोषणा की है। इस घोषणा के साथ ही अब भारतीय नेवी के साथ राफेल के 26 विमान भी शामिल हो जाएंगे।
इस फैसले से नौसेना को एक और ताकत से मजबूती मिलेगी जो आने वाले वक्त में नौसेना के काम आएगी। फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी, डसॉल्ट एविएशन के अनुसार, भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल लड़ाकू विमान उन 36 उन्नत लड़ाकू विमानों में शामिल हो जाएंगे जो पहले से ही सेवा में हैं।
डसॉल्ट एविएशन ने इस डील की पुष्टि करते हुए कहा कि यह निर्णय भारत में आयोजित एक सफल परीक्षण अभियान के बाद आया है, जिसके दौरान नौसेना राफेल ने प्रदर्शित किया कि यह भारतीय नौसेना की परिचालन आवश्यकताओं को पूरी तरह से पूरा करता है और इसके विमान वाहक की विशिष्टताओं के लिए पूरी तरह उपयुक्त है।
गौरतलब है कि विमान का चयन राफेल की उत्कृष्टता, डसॉल्ट एविएशन और भारतीय बलों के बीच संबंध की असाधारण गुणवत्ता और भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक संबंधों के महत्व का नतीजा है। इस डील से भारतीय सेना को बहुत लाभ पहुंचेगा।
The Indian Government announced the selection of the Navy Rafale to equip the Indian Navy with the latest-generation fighter. The Indian Navy’s 26 Rafale will eventually join the 36 Rafale already in service: Dassault Aviation
— ANI (@ANI) July 15, 2023
This decision comes after a successful trial… pic.twitter.com/Le6s0aFEbv
इससे पहले, गुरुवार को भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में भारत की रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल समुद्री विमानों की खरीद के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) प्रदान की।
डीएसी ने गुरुवार को यहां एक बैठक की जिसमें बाय (इंडियन) श्रेणी के तहत तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद के लिए एओएन भी दिया गया। इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) द्वारा किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी किए गए एक विज्ञप्ति में बताया गया कि अंतर-सरकारी आधार पर फ्रांसीसी सरकार से भारतीय नौसेना के लिए संबंधित सहायक उपकरण, हथियार, सिम्युलेटर, स्पेयर, दस्तावेज़ीकरण, चालक दल प्रशिक्षण और रसद समर्थन के साथ राफेल समुद्री विमान की आवश्यकता की स्वीकृति समझौते को मंजूरी दे दी गई है।
इसमें कहा गया है कि अन्य देशों द्वारा समान विमान की तुलनात्मक खरीद कीमत सहित सभी प्रासंगिक पहलुओं को ध्यान में रखने के बाद फ्रांस सरकार के साथ कीमत और खरीद की अन्य शर्तों पर बातचीत की जाएगी।
इसके अलावा, भारतीय-डिजाइन किए गए उपकरणों के एकीकरण और विभिन्न प्रणालियों के लिए रखरखाव, मरम्मत और संचालन (एमआरओ) हब की स्थापना को उचित बातचीत के बाद अनुबंध दस्तावेजों में शामिल किया जाएगा।
रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया कि यह स्वदेशी विनिर्माण के माध्यम से महत्वपूर्ण विनिर्माण प्रौद्योगिकियों और रक्षा प्लेटफार्मों और उपकरणों के जीवन-चक्र को बनाए रखने में 'आत्मनिर्भरता' हासिल करने में मदद करेगा।