पनामा: दक्षिण अमेरिका के दौरे पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने पनामा समकक्ष के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिना नाम लिए पाकिस्तान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद का संचालन करने वाले पड़ोसी के साथ जुड़ना चुनौतीपूर्ण है। जयशंकर ने पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित नहीं करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के महत्व पर जोर दिया।
पाकिस्तान को लेकर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "हमारे लिए एक ऐसे पड़ोसी के साथ जुड़ना बहुत मुश्किल है जो हमारे खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता है। हमने हमेशा कहा है कि उन्हें प्रायोजित नहीं करने और सीमा पार आतंकवाद को अंजाम देने की प्रतिबद्धता को पूरा करना होगा। हमें उम्मीद है कि एक दिन हम उस मुकाम पर जरूर पहुंचेंगे।"
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत और पनामा के बीच आपसी सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई। इस संबंध में जयशंकर ने पनामा सहित दुनिया भर में भारतीय दवा कंपनियों के उभरने पर प्रकाश डाला। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारतीय फार्मास्यूटिकल्स पनामा में उपस्थिति स्थापित कर सकते हैं। जयशंकर ने कोविड-19 महामारी के दौरान दुनिया को भारत के योगदान का भी जिक्र किया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत ने संकट के दौरान अधिकांश विकसित देशों को टीकों और दवाओं की आपूर्ति की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जयशंकर ने पनामा में होने और दोनों देशों के बीच सेतु का काम करने वाले भारतीय मूल के लोगों से मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले पनामा के सिनको डे मायो स्क्वायर में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
जयशंकर ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि भारत और पनामा समान विश्वदृष्टि साझा करते हैं और पारंपरिक रूप से घनिष्ठ मित्र रहे हैं।