नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में चल रहे ताजा गतिरोध के बीच चीन की सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में गया है कि भारत ने चीन के साथ संघर्ष जारी रखा तो उसे इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके साथ ही, कोरोना वायरस और अर्थव्यवस्था को लेकर भी मोदी सरकार को निशाने पर लिया है।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, 'भारत के लिए एलएसी पर ऊंचाई पर बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती करना काफी खर्चीला होगा। हर दिन हथियारों और सामान की आपूर्ति से भारत की आर्थिक स्थिति पर भी बुरा असर पड़ेगा। सर्दी आने पर सेना की तैनाती का खर्च और भी ज्यादा बढ़ जाएगा। सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने दावा किया है कि सेना कड़ी सर्दी के लिए भी तैयार है। अखबार ने लिखा है कि सैन्य आपूर्ति की भारी-भरकम लागत को देखते हुए इस तरह का आक्रामक रुख दिखाना बेकार है।
भारत को अपनी गलतियां सुधारने की दी चेतावनी: चीन
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा है कि उसने भारत में चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने का कड़ा विरोध किया है। एनडीटीवी की मानें तो वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा कि भारतीय कार्रवाई चीनी निवेशकों और सेवा प्रदाताओं के कानूनी हितों का उल्लंघन करती है और चीन भारत को अपनी गलतियों को सुधारने के लिए कहता है।
एक बार फिर से भारत ने डेटा सिक्योरिटी चिंताओं का हवाला देते हुए टेनसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड के लोकप्रिय वीडियोगेम PUBG सहित 118 अन्य चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सीमा पर चीन से चल रहे विवाद के बीच भारत सरकार ने लिया ये फैसला-
बता दें कि लद्दाख सीमा पर चल रहे चीन के साथ ताजा गतिरोध के बीच एक बार फिर से भारत सरकार ने कई चीनी मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया है। सरकार ने लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी सहित 118 अन्य मोबाइल ऐप पर बुधवार को प्रतिबंध लगा दिया।
इन्हें संप्रभुता, अखंडता और रक्षा के लिए खतरनाक मानते हुए इन पर पाबंदी लगायी गयी है। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रतिबंधित ऐप में बायदू, बायदू एक्सप्रेस एडिशन, टेनसेंट वॉचलिस्ट, फेसयू, वीचैट रीडिंग और टेनसेंट वेयुन के अलावा पबजी मोबाइल और पबजी मोबाइल लाइट शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि ये सभी प्रतिबंधित ऐप चीन से जुड़ी कंपनियों के हैं।