नई दिल्लीः टीवी डिबेट में पत्रकार द्वारा मनमोहन सिंह के कार्यकाल में पीएमओ की गुप्त फाइलें सोनिया गांधी के पास भेजे जाने के दावे पर कांग्रेस के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने उनसे सबूत पेश करने की चुनौती दी है। वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि तवलीन सिंह को माफी मांगनी चाहिए।
इंडिया टुडे के प्राइम टाइम डिबेट में पत्रकार तवलीन सिंह ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान पीएमओ की गुप्त फाइलें कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के पास जाती थीं। कार्यक्रम में पत्रकार के इस दावे पर चिदंबरम ने उनसे सबूत मांग लिए जिसपर पत्रकार ने कहा कि वह सबूत देंगी।
पी चिदंबरम ने सिलसिलेवार ट्वीट कर पत्रकार से सबूत मांगे हैं। चिदंबरम ने कहा, 'कल इंडिया टुडे के एक टीवी शो में एक वरिष्ठ पत्रकार ने डॉ. मनमोहन सिंह पर बेतुका और अपमानजनक आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि 'ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट' के उल्लंघन में PMO की गुप्त फाइलें कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के पास ले जाया गया।'
चिदंबरम ने आगे लिखा, शो देखकर मैंने तुरंत विरोध किया, पैनल में प्रवीण चक्रवर्ती ने उन्हें सबूत पेश करने की चुनौती दी। कुछ रक्षात्मक जवाबों के बाद, वो सबूत पेश करने को तैयार हो गईं। कांग्रेस नेता ने आगे लिखा कि हम उन्हें याद दिलाना चाहते हैं कि उनके लिए सबूत पेश करने का समय अब शुरू होता है। हम उन्हें चुनौती देते हैं कि पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ अपने बेतुके और गैर-जिम्मेदाराना आरोप को साबित करें।
शो को पत्रकार राजदीप सरदेसाई होस्ट कर रहे थे। इसी दौरान तवलीन सिंह ने कहा कि मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान पीएमओ की गुप्त फाइलें कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी के पास जाती थीं। पैनलिस्ट में मौजूद कांग्रेस डेटा एनालिटिक्स के चेयरपर्सन प्रवीण चक्रवर्ती ने इसका खंडन किया। उन्होंने कहा कि ये सरासर झूठ है। अगर तवलीन के पास कोई सबूत हैं तो दें। तवलीन इसपर कहती हैं कि फिलहाल तो नहीं लेकिन सबूत दे सकती हूं। वहीं शो देख रहे चिदंबरम ने सरदेसाई को मैसेज कर तवलीन के दावे का खंडन किया और सबूत देने को कहा।