नई दिल्लीः अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशु खिलाड़ियों को चीनी दूतावास से ‘नत्थी वीजा’ जारी किया गया है जिसके कारण शुक्रवार से चेंगडू में शुरू होने वाले विश्व यूनिवर्सिटी खेलों में हिस्सा लेने वाली पूरी टीम को रोक दिया गया जबकि अन्य खेलों के खिलाड़ी देश से रवाना हो गये।
आठ वुशु खिलाड़ियों और चार टीम अधिकारियों को यहां गुरुवार को तड़के (सुबह एक बजे) आईजीआई हवाईअड्डे से चीन के लिये रवाना होना था लेकिन सरकार द्वारा सभी को रुकने के लिये कहा गया है। तीन खिलाड़ी नेमान वांगसू, ओनिलू टेगा और मेपुंग लामगू अरुणाचल प्रदेश के हैं।
भारतीय वुशु संघ के एक अधिकारी ने कहा कि एशियाई खेल या ओलंपिक की तरह किसी भी बहुस्पर्धीय प्रतियोगिता के विपरीत विश्व यूनिवर्सिटी खेलों के लिए खिलाड़ियों और अधिकारियों का ‘एक्रीडिटेशन’ स्थल पर ही लिया जाना था और उन्हें वीजा के लिए आवेदन करने की जरूरत थी।
बीते समय में भी किसी विशेष खेल के एशियाई और विश्व संचालन संस्था के अंतर्गत होने वाली प्रतियोगिताओं में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ियों को ‘नत्थी वीजा’ जारी किया था। अधिकारी ने कहा, ‘‘विश्व यूनिवर्सिटी खेलों के इतने बड़े खेल होने के बावजूद प्रतिभागियों को मेजबान देश के स्थल पर ही अपना ‘एक्रीडिटेशन’ लेना होता है।
किसी को भी भारत से रवाना होने से पहले ‘एक्रीडिटेशन’ नहीं मिलता। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिये हमें वीजा का आवेदन करना था और विश्व यूनिवर्सिटी आयोजकों (चीन के) ने एक आमंत्रण भेजा था जो वीजा आवेदन में इस्तेमाल किया जाता है। सभी खिलाड़ियों और अधिकारियों को उचित वीजा मिल गया था लेकिन अरुणाचल प्रदेश के तीन खिलाड़ियों को ‘नत्थी वीजा’ मिला। ’’
अधिकारियों ने कहा, ‘‘पूरे वुशु दल को यहां रुकने और सरकार से निर्देश का इंतजार करने के लिए कहा गया है। यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। ’’ विश्व यूनिवर्सिटी खेलों में वुशु स्पर्धा 29 जुलाई से तीन अगस्त तक होंगी। बीते समय में भी अरूणाचल प्रदेश के खिलाड़ी ‘नत्थी वीजा’ की वजह से चीन में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने से महरूम रहे हैं।