"भारत ने वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को अप्रासंगिक बना दिया है, इसलिए वो सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है", विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 2, 2024 12:30 PM2024-01-02T12:30:52+5:302024-01-02T12:36:07+5:30
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भारत को बातचीत की मेज पर लाने के लिए सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा और यही उसकी मुख्य रणनीति है।
नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि हमारा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तानभारत को बातचीत की मेज पर लाने के लिए सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा और यही उसकी मुख्य रणनीति है। विदेश मंत्री ने कहा कि लेकिन भारत ने पाकिस्तान के साथ बातचीत बंद करके उसे वैश्विक स्तर पर अप्रासंगिक बना दिया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए एस जयशंकर ने कहा, "पाकिस्तान जो दशकों से कर रहा है, वह वास्तव में भारत को बातचीत की टेबल पर लाने का उनका प्रयास है। वो सीमा पार आतंकवाद का उपयोग वार्ता के लिए करना चाहते हैं। संक्षेप में समझें तो यही पाकिस्तान की मूल नीति है लेकिन हमने अब उसके आतंकवाद के खेल को अप्रासंगिक बना दिया है।"
उन्होंने कहा, "ऐसा मामला नहीं है कि हम किसी पड़ोसी के साथ व्यवहार नहीं करेंगे। आखिरकार एक पड़ोसी, पड़ोसी ही होता है, लेकिन यह भी तय है कि हम पाकिस्तान की तय शर्तों पर व्यवहार नहीं करेंगे, जहां बातचीत की मेज पर लाने के लिए वो आतंकवाद की प्रथा को वैध और प्रभावी मानता हो।"
कनाडा में खालिस्तानी आंदोलन के असर पर बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि खालिस्तानी ताकतें भारत और कनाडा के राजनयिक संबंधों के लिए बेहद हानिकारक हैं और वो अपने गतिविधियों से उसे प्रभानित करने का प्रयास कर रहे हैं।
जयशंकर ने कहा, "मुख्य मुद्दा यह है कि कनाडाई राजनीति में खालिस्तानी ताकतों को बहुत जगह दी गई है और उन्हें वहां पर कई गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति दी गई है, जो मेरे विचार से भारत और कनाडा के राजनयिक संबंधों के लिए घातक है। स्पष्ट रूप से बात करें तो यह कतई भारत के हित में नहीं है और न ही कनाडा के हित में है लेकिन दुर्भाग्य से कनाडा की राजनीतिक स्थिति वही है।"