I.N.D.I.A. बनाम NDA का महामुकाबला: असली अग्नि परीक्षा आज, छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों के उपचुनाव के घोषित होंगे नतीजे
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 8, 2023 07:35 AM2023-09-08T07:35:03+5:302023-09-08T07:43:14+5:30
साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले आज I.N.D.I.A. बनाम NDA के बीच होने वाले महामुकाबला की असली अग्नि परीक्षा के तौर पर आज देशभर की सात विभिन्न विधानसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे आज घोषित होंगे।
नई दिल्ली: साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले आज I.N.D.I.A. बनाम NDA के बीच होने वाले महामुकाबला की असली अग्नि परीक्षा आज देश के सामने आने जा रहा है। जी हां, देशभर की सात विभिन्न विधानसभा सीटों के उपचुनाव के नतीजे आज घोषित होंगे, जिसके लिए आज सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी।
यह चुनावी नतीजे इस साल के अंत में होने वाले पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले I.N.D.I.A. और NDA के बीच लिटमस टेस्ट की तरह साबित हो सकते हैं। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले NDA को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A.सीधी टक्कर दे रहा है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार सियासत की बाजीगरी के इस खेल में दोनों धड़े यानी I.N.D.I.A. और NDA के लिए यह अहम चुनावी परीक्षा के रूप में साबित हो सकता है। जी हां, शुक्रवार सुबह 8 बजे से छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे जानने के लिए वोटों की गणना शुरू की जाएगी।
इनमें उत्तराखंड की बागेश्वर सीट, उत्तर प्रदेश की घोसी सीट, केरल की पुथुपल्ली सीट, पश्चिम बंगाल की धूपगुड़ी सीट, झारखंड की डुमरी सीट, त्रिपुरा की बॉक्सानगर सीट और धनपुर समेत कुल सात विधानसभा सीटों पर बीते 5 सितंबर को मतदान संपन्न हुआ था।
अगर दलवार सीटों की स्थिति पर बात करें तो सात सीटों में से तीन धनपुर, बागेश्वर और धूपगुड़ी पर इस चुनाव से पहले भाजपा का कब्जा रहा है, वहीं घोसी सीट पर सपा, बॉक्सानगर सीट पर सीपीआई, डुमरी सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा और पुथुपल्ली सीट पर कांग्रेस काबिज रही है।
अब अगर सीटवार विस्तार से बात करें तो उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ने समाजवादी पार्टी की अगुवाई में एकजुट होकर NDA की अगुवाई वाली भाजपा को सीधी टक्कर दी है। घोसी सीट पर पिछली बार के मुकाबले औसत से थोड़ा अधिक 50.77 फीसदी मतदान हुआ है। घोसी सीट समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद खाली हुई है, जो इस बार भी मुकाबले में भाजपा की ओर से सपा प्रत्याशी को टक्कर दे रहे हैं।
वहीं झारखंड के डुमरी विधानसभी सीट की बात करें तो यहां कुल 2.98 लाख मतदाताओं में से 64.84 फीसदी ने वोट डाले हैं। यहां मुख्य मुकाबला सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा की बेबी देवी और आजसू पार्टी की यशोदा देवी के बीच माना जा रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा I.N.D.I.A. की ओर से मैदान में है, जबकि आजसू पार्टी की यशोदा देवी को NDA की ताल ठोंक रही हैं।
उत्तराखंड की बागेश्वर सीट पर हुए उपचुनाव इस साल अप्रैल में तत्कालीन भाजपा विधायक और कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास की मृत्यु के बाद हुई है। दिवंगत चंदन राम दास साल 2007 से चार बार इस सीट को अपने नाम कर चुके थे। जिला मजिस्ट्रेट अनुराधा पाल ने कहा कि उत्तराखंड में बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती 14 टेबलों पर की जाएगी, जिसमें 130 मतदान कर्मी तैनात होंगे।
पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में दोनों सीटों बॉक्सानगर और धनपुर पर संपन्न हुए उपचुनाव के लिए वोटों की गिनती सोनामुरा गर्ल्स एचएस स्कूल में होगी। भाजपा के तफज्जल हुसैन, जिन्होंने बॉक्सनगर से पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा था। हार के बाद एक बार फिर इस सीट से सीपीएम उम्मीदवार मिजान हुसैन को चुनौती दे रहे हैं। बीते बुधवार को सीपीएम ने बॉक्सानगर और धनपुर सीटों पर वोटिंग के दौरान बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए मतगणना के बहिष्कार का ऐलान किया है।
अब बात करते हैं तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी के गढ़ बंगाल की। यहां की के धुपगुड़ी विधानसभा और पंचायत चुनावों के दौरान भाजपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच व्यापक हिंसा देखी गई थी।केंद्रीय सशस्त्र बलों और राज्य पुलिस के जवान जलपाईगुड़ी में उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के परिसर स्थित स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा कर रहे हैं। जिसमें करीब 76 फीसदी मतदाओं का फैसला सुरक्षित रखा हुआ है।
धुपगुड़ी विधानसभा सीट पर सीपीएम प्रत्याशी ईश्वर चंद्र रॉय कांग्रेस-लेफ्ट के संयुक्त उम्मीदवार हैं, जबकि सत्तारूढ़ टीएमसी ने निर्मल चंद्र रॉय को मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने कुछ साल पहले कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए सीआरपीएफ जवान की विधवा तापसी रॉय को टिकट दिया है। धुपगुड़ी विधानसभा इस साल की शुरुआत में मौजूदा भाजपा विधायक बिशुपदा रे की मृत्यु के कारण खाली हुई है, जिसके कारण इस सीट पर उपचुनाव हुए हैं।
अब आखिर में बात करते हैं दक्षिण भारत के केरल की, जहां लेफ्ट का कब्जा है। यहां की पुथुप्पल्ली सीट कांग्रेस के दिग्गज नेता ओमन चांडी के निधन से खाली हुई है। जिस सीट पर यूडीएफ और एलडीएफ के बीच तीखी चुनावी लड़ाई देखने की मिली थी। दक्षिणी कोट्टायम जिले में स्थित पुथुप्पल्ली सीट के लिए सियासी दलों के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिल क्योंकि 5 सितंबर को संपन्न हुए उपचुनाव राज्य में सत्तारूढ़ लेफ्ट और विपक्षी दोनों जबरदस्त टक्कर में हैं।