बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाने वाले और पूर्व मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने पुलिसकर्मियों से बहस करने पर अपने बेटे को 1 घंटे के लिए नगरपालिका कार्यकर्ताओं के साथ कचरा हटाने की सजा दे दी। साथ ही लॉकडाउन के दौरान तैनात पुलिसकर्मियों के साथ बहस करने को लेकर माफी मांगने को कहा।
प्रद्युम्न के बेटे रिपुदमन ने ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों के साथ बहस की थी, क्योंकि पुलिस ने उनसे बिना मास्क के घूमने के लिए सवाल किया था।
गुरुवार को सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ था जिसमें, रिपुदमन कांस्टेबल के साथ बहस कर रहा था। रिपुदमन ने धमकी दी कि कॉन्स्टेबल को बंगले पर बुलाओ और बताओ कि मैं कौन हूं। बाद में प्रद्युमन सिंह तोमर अपने बेटे को लेकर उसी स्थान पर ले गए जहां पुलिस वालों के साथ बहस हुई थी। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बेटे के व्यवहार के लिए पुलिसकर्मियों से माफी मांगी और 100 रुपये का जुर्माना भी दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार तोमर ने बताया, 'मेरा बेटा अपने पिल्ला के साथ एक पशु चिकित्सा क्लिनिक से लौट रहा था। वह दोपहिया वाहन चला रहा था, इसलिए वह मास्क नहीं लगा पा रहा था। घटना का केवल आधा वीडियो सोशल मीडिया पर एक राजनीतिक इरादे के साथ जारी किया गया था। लेकिन मेरे बेटे को दुर्व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। मैं उसे उसी जगह ले गया और सार्वजनिक रूप से उसने जो किया उसके लिए माफी मांगता हूं। हम सभी को पुलिस का सम्मान करना चाहिए जो हमारी सुरक्षा के लिए दिन-रात काम कर रहे थे। उनका बेटा ऑन-गोइंग लॉकडाउन के दौरान यूएस से लौटा है।'
रिपुदमन ने भी वीडियो शेयर कर माफी मांगी है और कहा है कि मैं उन लोगों से माफी मांगता हूं जो मेरे कारण परेशान हुए हैं। मैं इसे कभी नहीं दोहराऊंगा और धैर्य और समझ के साथ काम करूंगा आगे से कानून का पालन करूंगा। हालांकि इसके बाद विपक्षी कार्यकर्ताओं का मानना है कि प्रद्युम्न इस अवसर का उपयोग राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए कर रहा है।
प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि राजनीतिक लाभ के लिए इस घटना का उपयोग करने का कोई इरादा नहीं है। मेरे बेटे ने जो किया वह गलत था इसलिए मैंने वही किया जो मुझे सही लगा। मालूम हो प्रद्युम्न सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों में से थे, जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।