पिता के अंतिम संस्कार में केवल तीन मिनट के लिए हुए दर्शन, दूर से बेबसी के साथ खुद को संभालती रही कोरोना संदिग्ध अंजली
By प्रिया कुमारी | Published: June 5, 2020 01:40 PM2020-06-05T13:40:07+5:302020-06-05T13:40:07+5:30
मणीपुर में कांगपोक्पी की रहने वाली 22 साल की अंजली कोरोना संदिग्ध है इस वजह से उसने अपने पिता की अंतिम विदाई को दूर से बेबसी के साथ केवल तीन मिनट के लिए देखा। तीन मिनट बितते ही उसे वापस क्वाटाइन में भेज दिया गया।
एक बेटी के लिए कितना मुश्किल होगा वो वक्त जब उसके पिता को उसकी आंखों के सामने अंतिम संस्कार करते हुए देखना पड़े और वह लाचार अपने पिता के पास भी न जाए पाए। मणीपुर में रहने वाली 22 साल की अंजली के पिता की मृत्यु हो गई और अपनी आंखों के सामने दूर से अपने पिता को देखती रही। कोरोना संदिग्ध होने के कारण उसे सबसे दूरी बनाकर रहना था वह अपने परिवार वालों को चाहकर भी साहस ने दे पा रही थी।
दरअसल, कांगपोक्पी की रहने वाली अंजली चैनई से श्रमिक ट्रेन वापस अपने घर आई थी। ट्रेन में अंजली के आने वाले यात्रियों का कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद से अंजली को भी क्वारांटीन में रखा गया है। कहा जा रहा है कि अंजली के पिता काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और मंगलवार की रात उनका निधन हो गया। पिता के अंतिम दर्शन के लिए अंजली ने स्वास्थय अधिकारियों से अनुमति मांगी और अंजली को केवल तीन मिनट का समय दिया है।
अंजली के पिता के दर्शन करने के लिए केवल तीन मिनट का समय मिला। पिता को ताबूत में बंद देख आंखों में आंसू लिए दूर खड़ी रही। अपने आप को इस मुश्किल घड़ी में खुद को संभालती रही, परिवार भी अंजली को दूर से देखते रहे दोनों चाह कर भी एक दूसरे के पास नहीं जा सकते है। इस बेबसी में दोनों अपनी नम आंखों से पिता की अंतिम विदाई देख रहे हैं। तीन मिनट खत्म होते ही अंजली को क्वारांटीन में वापस भेज दिया गया। जिसके बाद पिता का अंतिम संस्कार हुआ।