केरल में टूटी सालों पुरानी परंपरा, हज कमेटी में पहली बार महिला सदस्य की हुई एंट्री
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 14, 2018 05:14 AM2018-08-14T05:14:23+5:302018-08-14T05:14:23+5:30
केरल में सालों पुरानी सोच को पीछे छोड़ा गया है। खबर के अनुसार यहां की हज कमेटी मेंपहली बार किसी महिला को सदस्य बनाया गया है।
केरल में सालों पुरानी सोच को पीछे छोड़ा गया है। खबर के अनुसार यहां की हज कमेटी मेंपहली बार किसी महिला को सदस्य बनाया गया है। इंडियन नेशनल लीग (आईएनएल) की नेता और कान्हागढ़ नगर पालिका की उपाध्यक्ष एल.सुलैखा अगले दो सालों तक राज्य की हज कमेटी में बतौर सदस्य काम करेंगी। उन्हें इस बारे में आधिकारिक सूचना 11 अगस्त को दी गई थी।
इसके बाद 13 अगस्त (सोमवार) को उन्होंने तिरुवनंतपुरम में कमेटी की एक बैठक में हिस्सा लिया। एल.सुलैखा ने बताया बै कि मेरे लिए कमेटी के साथ काम करना सौगाग्य की बात है, मैं इस मौके पर बेहद खुश हूं । इता ही नहीं उन्होंने कहा कि दो सालों के कार्यकाल के दौरान उनका जोर मक्का जाने वाली महिला हज यात्रियों के सामने आने वाली दिक्कतों को हल करने पर रहेगा।
उन्होंने कहा कि हज में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं के जाने की संख्या होती है। ऐसे में हज कमेटी की महिला प्रतिनिधत्व होने के नाते अब मेरी जिम्मेदारी है मैं उनकी परेशानियों पर ध्यान दूं।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि एलडीएफ सरकार के इस फैसले ने मुझे बेहद सुकून दिया है। मुझे कमेटी के लिए काम अच्छा लगेगा। उनके अलावा कमेटी 15 और नए सदस्यों को जगह दी गई है। सुलैखा की बात की जाए तो वह अंग्रेजी साहित्य में स्तानक हैं। साल 2010 में वह पहली बार कान्हागढ़ नगर पालिका के लिए चुनी गई थीं, जबकि उनके पति अब्दुल आमिर कतर में कारोबारी हैं।
2017 में ही देश की हज कमेटी ने हज से जुड़ी नीतियों में संशोधन किया था, जिसके अंतर्गत महिलाओं को अकेले हज पर जाने के लिए हरी झंडी दे दी गई थी। जिसके बाद सुलैखा पहली हज महिला कमेटी की सदस्य बनी हैं, इसके साथ ही उन्होंने अपना नाम इतिहास में दर्ज करवा लिया है।