2005 में जेएनयू में दिखाए गए थे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को काले झंडे, क्या कहा था कांग्रेस नेता ने
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 9, 2020 05:53 PM2020-01-09T17:53:00+5:302020-01-09T17:53:16+5:30
प्रशासन ने तुरंत छात्रों को नोटिस भेजा था। अगले ही दिन, पीएमओ ने हस्तक्षेप किया और प्रशासन से कहा कि छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाए क्योंकि प्रोटेस्ट करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र उमर खालिद ने ट्वीट किया है। सोशल मीडिया पर वह खूब वायरल हो रहा है। दरअसल यह ट्वीट पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर है।
पूर्व छात्र और सामाजिक कार्यकर्त्ता उमर खालिद ने ट्वीट कर लिखा है कि 2005 में, मनमोहन सिंह को जेएनयू में उनकी आर्थिक नीतियों को लेकर काले झंडे दिखाए गए थे। यह एक बड़ी खबर बनी थी। प्रशासन ने तुरंत छात्रों को नोटिस भेजा था। अगले ही दिन, पीएमओ ने हस्तक्षेप किया और प्रशासन से कहा कि छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाए क्योंकि प्रोटेस्ट करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है।
छात्र प्रदर्शनकारियों के नारेबाजी और काले झंडे का सामना कर रहे पीएम मनमोहन सिंह ने अपना भाषण शुरू किया, "आप जो कहते हैं, मैं उससे सहमत नहीं हो सकता, लेकिन मैं इसे कहने के आपके अधिकार की रक्षा करूंगा।"
उमर खालिद के इस ट्वीट पर फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने रिप्लाई किया। स्वरा भास्कर ने लिखा कि इंडिया और न्यू इंडिया के बीच यही फर्क था।
PM Manmohan Singh facing sloganeering and black flags from student protestors began his speech by quoting Voltaire, "I may not agree with what you say, but I will defend to death your right to say it."
— Umar Khalid (@UmarKhalidJNU) January 9, 2020
Then and Now!!
उमर खालिद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती दी है कि वह टुकड़े-टुकड़े स्पीच पर मुझ (उमर) पर कोर्ट में केस करें, उसके बाद साफ हो जाएगा कि किसने हेट स्पीच दी है और कौन एंटी-नेशनल है। खालिद का यह बयान गृह मंत्री अमित शाह के दिल्ली में उस भाषण के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने टुकड़े-टुकड़े गैंग को दंडित करने की बात कही थी। खालिद रविवार को छात्र भारती विद्यार्थी संगठन द्वारा सीएए और एनआरसी विरोधी छात्र परिषद में भाग लेने मुंबई आए थे।