नसीरुद्दीन शाह के बयान पर इमरान खान ने PM मोदी पर साधा निशाना, जिन्ना की भविष्यवाणी को बताया सटीक
By विकास कुमार | Published: December 23, 2018 11:19 AM2018-12-23T11:19:30+5:302018-12-23T12:22:41+5:30
इमरान खान ने रैली में कहा, 'मोहम्मद अली जिन्ना ने ठीक ही कहा था कि भारत में मुसलमानों को कभी बराबरी का अधिकार नहीं मिल सकता। लेकिन ये कहते हुए इमरान ये भूल गए कि संयुक्त राष्ट्र के कई रिपोर्टों के मुताबिक, पाकिस्तान अल्पसंखयकों के लिए पूरी दुनिया में सबसे खतरनाक देश है।
बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का बयान बॉर्डर उस पार के नेताओं को भाने लगा है। इमरान खान ने लाहौर की एक रैली में नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि वो नरेन्द्र मोदी सरकार को बतायेंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ किस तरह बर्ताव किया जाता है।
लाहौर में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। मोहम्मद अली जिन्ना के लक्ष्य को रेखांकित करते हुए इमरान खान ने ये बातें कही।
पीटीआई के मुताबिक, इमरान ख़ान ने लाहौर में शनिवार को कहा, 'मोदी सरकार को हम दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसे पेश आते हैं। भारत में भी लोग कह रहे हैं कि अल्पसंख्यकों के साथ बराबरी का बर्ताव नहीं किया जा रहा है।'
हाल ही में नसीरुद्दीन शाह ने समाज में बढ़ रहे असहिष्णुता पर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था, 'उन्हें इस बात की चिंता होती है कि भीड़ कहीं उनके बच्चों के धर्म पूछकर उन्हें हानि न पहुंचा दे।' नसीरुद्दीन शाह के बयान पर राजनीति भी खूब हुई थी। भाजपा के प्रवक्ता मुख़्तार अब्बास नकवी ने नसीरुद्दीन शाह को जवाब देते हुए कहा था कि उदारता भारत के डीएनए में है।
इमरान खान ने रैली में ये भी कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने ठीक ही कहा था कि भारत में मुसलमानों को कभी बराबरी का अधिकार नहीं मिल सकता। लेकिन ये कहते हुए इमरान ये भूल गए कि संयुक्त राष्ट्र के कई रिपोर्टों के मुताबिक, पाकिस्तान अल्पसंखयकों के लिए पूरी दुनिया में सबसे खतरनाक जगह है। पाकिस्तान में पहले 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के लोग रहते थे लेकिन आज ये संख्या 4 प्रतिशत है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के दमन की कहानियां गलियों में बिखरे हुए हैं।
हिन्दुस्तान का मुसलमान देश का राष्ट्रपति भी बना और सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायधीश भी। सभी सरकारों ने इन्हें गरीबी से निकालने के लिए कई कार्यक्रम चलायें हैं।
नसीरुद्दीन शाह के बयान ने इमरान खान को भारत पर निशाना साधने का एक बेहतरीन मौका दे दिया। भारत में जब भी किसी मुस्लिम अभिनेता की तरफ से इस तरह के बयान दिए जाते हैं, तो पाकिस्तान उसे तुरंत भुनाने की कोशिश करता है।
नसीरुद्दीन शाह ने भी इमरान खान के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इमरान अपने देश की चिंता करें, हमारे देश में 70 सालों से लोकतंत्र है और हम इस तरह के स्थितियों से निपट लेंगे। लेकिन इतना तय है कि नसीरुद्दीन शाह का बयान पाकिस्तान के राजनेताओं के लिए एक कूटनीतिक हथियार की तरह बन गया है, जिसका इस्तेमाल वो कर रहे हैं।