पाकिस्तान के पूर्व विधायक बलदेव का दर्द छलका, कहा- सभी लोग रो रहे हैं, कोई सुरक्षित नहीं, भारत में शरण चाहिए
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 10, 2019 08:07 PM2019-09-10T20:07:25+5:302019-09-10T20:07:25+5:30
पंजाब के पाकिस्तान के खैबर पख्तून ख्वा प्रांत के बरीकोट से विधायक की हत्या के आरोप में बलदेव कुमार ने 2 साल तक जेल काटी। 2018 में रिहा हुए तो 2 दिन के लिए विधायक बने। दरअसल पाकिस्तानी कानून के हिसाब से विधायक की मौत हो जाने पर दूसरे नंबर पर रहे आदमी को विधायक बनाया जाता है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की बुरी हालत की खबरें आए दिन हमने देखी सुनी हैं। अगस्त में ननकाना साहब में एक सिख लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन करा दिया गया, शादी करा दी गई। वह आम लोग थे, जुल्म इतना है कि अब खास लोग रो रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान जिस पार्टी के नेता हैं उसका नाम है, पाकिस्तान तहरीक ए-इंसाफ. इमरान खान की उसी पार्टी के एक सिख पूर्व विधायक बलदेव कुमार हिंदुस्तान आए हैं। यहां अपने लोगों की सहानुभूति मिली तो उनका दर्द छलक आया।
पंजाब के पाकिस्तान के खैबर पख्तून ख्वा प्रांत के बरीकोट से विधायक की हत्या के आरोप में बलदेव कुमार ने 2 साल तक जेल काटी। 2018 में रिहा हुए तो 2 दिन के लिए विधायक बने। दरअसल पाकिस्तानी कानून के हिसाब से विधायक की मौत हो जाने पर दूसरे नंबर पर रहे आदमी को विधायक बनाया जाता है। उस चुनाव में बलदेव कुमार दूसरे नंबर पर थे, लेकिन वो जब तक विधायक बने उसके 2 दिन बाद ही कार्यकाल खत्म हो गया। 2007 में जब बलदेव की शादी हुई तब भी वो पार्षद थे।
इस बार बलदेव कुमार 3 महीने के वीज़ा पर भारत आए हैं। 2007 में पंजाब के खन्ना में उनकी शादी हुई थी। फिलहाल परिवार साथ पंजाब के खन्ना में रुके हैं। अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीट से विधायक रहे बलदेव कुमार वापस पाकिस्तान जाना नहीं चाहते। बोले दिमागी सुकून ना हो तो इंसान कैसे रहे। बलदेव कहते हैं कि पाकिस्तान में केवल अल्पसंख्यक नहीं मुस्लिम भी वहाँ सुरक्षित नहीं हैं। हम पाकिस्तान में बहुत मुश्किलों से बचे हैं। अब भारत में शरण के लिए गुहार लगा रहे हैं। कह रहे हैं कि सरकार कुछ करे। सिखों और हिंदुओं को भारत बुला ले। सरकार एक पैकेज की घोषणा करे ताकि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख परिवार यहां आ सकें।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने मुल्क के लोगों को नए पाकिस्तान का सपना दिखाया था, लेकिन राग, रंगत पुरानी निकली। अपने घर की बुरी हालत नहीं दिखती। ये सब छोड़ कर पड़ोसी भारत के घर में झांकते रहते हैं कभी रोते रहते हैं, कभी धमकाते रहते हैं।