महाराष्ट्र में राजनीति जारी है। आज मुंबई में 162 विधायकों ने परेड किया। कांग्रेस-शिवसेना और एनसीपी के बड़े नेताओं के सामने सभी विधायकों ने शपथ ली। सभी ने भाजपा पर हमला बोला।
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि आपकी पार्टी में 70 विधायक ऐसे हैं जो कभी एनसीपी और कांग्रेस में रहे हैं। पवार साहेब इशारा कर देंगे तो उनकी पार्टी को खाली कर देंगे। तोड़फोड़ की राजनीति पर वह उतरते हैं तो हम भाजपा को खाली कर देंगे। उन्होंने कहा कि आप इज्जत बचाते हुए इस्तीफा दे दीजिए। अजीत पवार हमारी पार्टी का हिस्सा हैं, वह पवार परिवार का हिस्सा हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि वह एनसीपी में वापस आए और अपनी गलती स्वीकार करे।
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर उच्चतम न्यायालय मंगलवार को फैसला सुनायेगा, जबकि भाजपा और शिवसेना गठबंधन, दोनों बहुमत होने का दावा कर रहे हैं। दूसरी ओर संसद में कांग्रेस सहित विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिये स्थगित कर दी गयी।
न्यायालय महाराष्ट्र में देवेन्द्र फड़नवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले के खिलाफ शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की याचिका पर मंगलवार को सुबह साढ़े दस बजे अपना आदेश सुनायेगा। महाराष्ट्र मुद्दे पर कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर बाधित रही। हंगामे के कारण लोकसभा दो बार के स्थगन के बाद वहीं राज्यसभा एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में अप्रत्याशित राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल ने शनिवार की सुबह भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री और राकांपा नेता अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलायी थी। लोकसभा में आज सुबह 11 बजे प्रश्नकाल के दौरान मौखिक सवाल के रूप में पहला प्रश्न कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नाम से सूचीबद्ध था किंतु महाराष्ट्र मुद्दे पर उस समय सदन में चल रहे हंगामे की ओर ध्यान दिलाते हुए वायनाड से सांसद ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में लोकतंत्र की हत्या हुई है, ऐसे में मेरे सवाल पूछने का कोई मतलब नहीं है।’’