"अगर राहुल गांधी का दफ्तर सुबह-शाम का फर्क नहीं जानता तो वह प्रधानमंत्री कैसे बनेंगे", दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बेटी शर्मिष्ठा से कहा था
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 6, 2023 03:42 PM2023-12-06T15:42:28+5:302023-12-06T15:50:39+5:30
दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उन्हें याद करते हुए कहा कि प्रणब मुखर्जी को राहुल गांधी के बयान राजनीतिक रूप से अपरिपक्व लगते थे।
नई दिल्ली: दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उनके पिता इस बात से परेशान थे कि पार्टी नेता राहुल गांधी ने अपनी अयोग्यता से राजद सुप्रीमो लालू यादव जैसे दोषी नेताओं को बचाने के लिए 2013 में तत्कालीन यूपीए सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को रद्द कर दिया था।
समाचार वेबसाइट इंडिया टुडे को दिये इंटरव्यू में कांग्रेस प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपनी आने वाली किताब, 'इन प्रणब, माई फादर: ए डॉटर रिमेम्बर्स' के बारे में बात करते हुए अपने पिता के कई किस्से-कहानियों को याद किया। उन्होंने कहा कि प्रणब मुखर्जी को राहुल गांधी के बयान राजनीतिक रूप से अपरिपक्व लगते थे। उन्हें लगता था कि वह शायद धारणा की लड़ाई हार रहे हैं।''
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि प्रणब मुखर्जी 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद राहुल गांधी की संसद से लगातार गैर-हाजिर रहने को लेकर भी नाखुश रहते थे।
उन्होंने कहा कि उनके पिता ने एक पत्रकार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें सोनिया गांधी से प्रधानमंत्री बनाने की कोई उम्मीद नहीं है।
बकौल शर्मिष्ठा कहा, "साल 2004 में जब सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री का पद त्याग दिया तो मीडिया में अटकलें थीं कि प्रधानमंत्री कौन होगा। मीडिया में मेरे पिता और मनमोहन सिंह के नाम की चर्चा थी। मैंने उनसे उत्साहपूर्वक पूछा कि क्या वह प्रधानमंत्री बनेंगे लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा कि मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री होंगे।''
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उनके पिता ने अपनी डायरी में दर्ज उस घटना का भी जिक्र किया, जब 2009 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि वह गठबंधन सरकार के पक्ष में नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ''मेरे बाबा (प्रणब मुखर्जी) ने कहा था कि राहुल गांधी को सबके सामने अपने विचार सुसंगत तरीके से रखने चाहिए। उसके बाद राहुल गांधाी ने कहा कि वह उनसे मिलेंगे। लेकिन 2004 से 2014 तक यूपीए शासन के दौरान राहुल गांधी और मेरे बाबा में ज्यादा बातचीत नहीं हुई।"
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि उन्हें एक घटना याद आती है, जहां उनके पिता प्रणब मुखर्जी ने राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षाओं को लेकर व्यंग्य किया था।
उन्होंने कहा, "जब बाबा मुगल गार्डन में टहल रहे थे तो राहुल गांधी सुबह में उनसे मिलने आए। उन्हें टहलने या पूजा करते समय परेशान होना पसंद नहीं था। लेकिन फिर भी वह उनसे मिले। फिर बाद में मुझे पता चला कि राहुल गांधी उनसे शाम में मिलने वाले थे।"
शर्मिष्ठा ने कहा, "जब मैंने बाबा को इस बारे में बताया, तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि अगर राहुल गांधी का कार्यालय सुबह और शाम के बीच अंतर नहीं पता तो वह प्रधानमंत्री कैसे बन सकते हैं?"