'अगर KFC अयोध्या में 'शाकाहारी' आइटम बेचे तो उसे जगह दी जा सकती है", सरकारी अधिकारी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 7, 2024 11:38 AM2024-02-07T11:38:57+5:302024-02-07T11:43:57+5:30
अयोध्या में केएफसी की फ्रेंचाइजी खोलने के लिए प्रशासन ने लगाई बेहद कड़ी शर्त, शासन ने कहा कि अगर केएफसी केवल शाकाहारी आइटम बेचे तो मिल सकती है इजाजत।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बीते 22 जनवरी को भव्य रामलला के मंदिर उद्घाटन के बाद बहुराष्ट्रीय फास्ट फूड रेस्तरां की फ्रेंचाइजी खोलने के लिए होड़ मची हुई है। भगवान राम के नवनिर्मित मंदिर से एक किलोमीटर दूर स्थित खुले डोमिनोज़ पिज्जा के आउटलेट की सफलता के बाद अब अमेरिका के केंटुकी फ्राइड चिकन (केएफसी) का भी एक आउटलेट जल्द ही खुल सकता है।
हालांकि अयोध्या के जिला प्रशासन का इस मामले में साफ कहा है कि केएफसी को अयोध्या में उसी शर्त पर आउटलेट खोलने की इजाजत मिलेगी, जब वो अपने मेनू में केवल शाकाहारी आइटम ही बेचेगा।
समाचार वेबसाइट मनीकंट्रोल को अयोध्या के एक सरकारी अधिकारी विशाल सिंह ने कहा, "अयोध्या में हम केएफसी को भी जगह देने के लिए तैयार हैं, अगर वह केवल शाकाहारी आइटम बेचने का फैसला करता है तो। केएफसी ने अयोध्या-लखनऊ राजमार्ग पर अपनी फ्रेंचाइजी खोली है क्योंकि हम अयोध्या शहर की सीमा में उसे मांसाहारी खाद्य पदार्थों की अनुमति नहीं दे सकते हैं।"
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में पंचकोसी मार्ग के भीतर मांस और शराब परोसने पर सख्त प्रतिबंध लागू किया है। इस मार्ग में पंचकोसी परिक्रमा शामिल है, जो अयोध्या के चारों ओर 15 किलोमीटर का तीर्थ सर्किट है। जिसमें रामायण से जुड़े कई पवित्र स्थल पड़ते हैं।
वहीं इस मामले में केएफसी की ओर से उसके एक अधिकारी ने कहा, “हमारे पास अयोध्या में केएफसी की फ्रेंचाइजी खोलने का प्रस्ताव हैं। हम उसका खुले दिल से स्वागत करते हैं, लेकिन इसमें एक ही अड़चन है कि सरकार ने पंचकोसी मार्ग के अंदर मांसाहारी खाद्य पदार्थ नहीं परोसने का प्रतिबंध लगाया हुआ है।''
मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या में मांसाहारी खाने पर प्रतिबंध कोई अकेला मामला नहीं है। उत्तराखंड स्थित पवित्र शहर हरिद्वार भी इसी तरह का प्रतिबंध लागू है। परिणामस्वरूप, केएफसी जैसे प्रतिष्ठान, जो मांसाहारी खाद्य बेचते हैं, वो शहर के बाहर हरिद्वार-रुड़की राजमार्ग पर स्थित हैं।
जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से अयोध्या देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में एक के रूप में विकसित हो रहा है। जिससे खाद्य और पर्यटन के क्षेत्र में सरकार को भारी राजस्व लाभ की उम्मीद है क्योंकि राज्य सरकार के अनुमानों के मुताबिक आगामी 17 अप्रैल को रामनवमी तक अयोध्या में हर हफ्ते 10-12 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।