लाइव न्यूज़ :

कोविड-19: भारत ने वैक्सीन तैयार करने की दिशा में बढ़ाए कदम, भारत बायोटेक के साथ काम कर रहा है ICMR

By स्वाति सिंह | Updated: May 10, 2020 07:23 IST

देश में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों की संख्या शनिवार को 62 हजार से अधिक हो गई वहीं महामारी के कारण मरने वालों की संख्या भी दो हजार से ज्यादा हो गई। राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के सामने आ रहे सैकड़ों मामलों और वैश्विक स्तर पर लॉकडाउन में ढील देने वाली अर्थव्यवस्थाओं में संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सरकारों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।

Open in App
ठळक मुद्देICMR कोविड-19 का पूर्ण स्वदेशी टीका विकसित करने के लिए बीबीआईएल के साथ काम कर रही हैटीके का विकास में अलग किए गए वायरस के ‘उप-प्रकार’ का इस्तेमाल कर किया जएगा।

नयी दिल्ली: भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) कोविड-19 का पूर्ण स्वदेशी टीका विकसित करने के लिए भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) के साथ मिलकर काम कर रही है। एक बयान में बताया गया कि टीके का विकास आईसीएमआर के पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में अलग किए गए वायरस के ‘उप-प्रकार’ का इस्तेमाल कर किया जएगा।

इसने कहा कि ‘उप-प्रकार’ को एनआईवी से सफलतापूर्वक बीबीआईएल भेज दिया गया है। स्वास्थ्य अनुसंधान इकाई ने बयान में कहा, ‘‘दो साझेदारों के बीच टीके के विकास पर काम शुरू हो चुका है। आईसीएमआर-एनआईवी टीके के विकास के लिए बीबीआईएल को सतत मदद उपलब्ध कराएगा।’’ 

कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच शीर्ष स्वास्थ्य जांच निकाय आईसीएमआर ने देश भर के 75 प्रभावित जिलों में ऐसे लोगों की पहचान करने के लिए अध्ययन करने का निर्णय किया है जिनमें कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ, फिर भी उनमें बिल्कुल हल्के लक्षण दिखे या लक्षण नहीं दिखे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अध्ययन से यह पता करने में सहयोग मिलेगा कि उन इलाकों में श्वसन संबंधी इस बीमारी का सामुदायिक संचरण हुआ अथवा नहीं। 

कोविड-19 संक्रमण के बावजूद लक्षण नहीं दिखने वाले लोगों का अध्ययन करेगा आईसीएमआर

अधिकारी ने कहा कि इस प्रयास से यह भी पता लगेगा कि बीमारी का सामुदायिक संचरण हुआ अथवा नहीं। सामुदायिक संचरण वह चरण है जहां संक्रमण के स्रोत का पता नहीं चलता। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (आईसीएमआर) के वैज्ञानिक यह अध्ययन जल्द से जल्द करना चाहते हैं। सूत्रों ने कहा कि जिन जिलों में आबादी ज्यादा है और जहां अंतरराज्यीय आवाजाही अधिक है, वहां के लोगों को अध्ययन के लिए चुना जाएगा ताकि संबंधित राज्य का प्रतिनिधित्व हो जाए।

अध्ययन के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित करीब 80 फीसदी लोगों में बीमारी के हल्के लक्षण दिखे अथवा लक्षण नहीं दिखे। अधिकारियों ने कहा कि अध्ययन जल्द से जल्द शुरू होगा क्योंकि इसे चीन से मंगाए गए रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट से शुरू करने की योजना थी। लेकिन कुछ स्थानों पर उन जांच किट के परिणाम सही नहीं आने पर अध्ययन को रोकना पड़ा था। एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘अध्ययन के लिए सैंपलिंग की संख्या पर अभी निर्णय नहीं हुआ है। अध्ययन तभी सफल होगा जब सैंपल की संख्या अधिक से अधिक होगी।’’ 

देश में संक्रमण के मामले 62,000 के पार

देश में कोविड-19 के संक्रमण के मामलों की संख्या शनिवार को 62 हजार से अधिक हो गई वहीं महामारी के कारण मरने वालों की संख्या भी दो हजार से ज्यादा हो गई। राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण के सामने आ रहे सैकड़ों मामलों और वैश्विक स्तर पर लॉकडाउन में ढील देने वाली अर्थव्यवस्थाओं में संक्रमण के बढ़ते मामलों ने सरकारों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।

भारत सरकार द्वारा विदेशों में फंसे भारतीयों की वापसी के लिये चलाए गए व्यापक अभियान के बीच विदेश से सात मई को केरल लौटे दो लोगों के संक्रमित मिलने से चिंता बढ़ रही हैं। ये दोनों लोग दुबई और अबुधाबी से अलग-अलग उड़ानों से भारत आए थे। महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और दिल्ली समेत कई अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में बढ़ते मामलों के बीच विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बड़ी संख्या में ट्रेनों और बसों से पैतृक स्थानों के लिये भेजे जा रहे प्रवासियों के आवागमन तथा

विशेष उड़ानों से विदेशों से लाए जा रहे भारतीयों की वजह से आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में और बढ़ोतरी होगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने दैनिक अपडेट में बताया कि बीते 24 घंटों के दौरान 95 मौतों के बाद मृतकों की संख्या 1,918 हो गई जबकि संक्रमण के 3320 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की तादाद 59,662 पर पहुंच गई है। मंत्रालय के अनुसार अब भी 39 हजार 834 लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं जबकि 17, 846 लोग ठीक हो चुके हैं।

टॅग्स :कोरोना वायरसकोरोना वायरस इंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यCOVID-19 infection: रक्त वाहिकाओं 5 साल तक बूढ़ी हो सकती हैं?, रिसर्च में खुलासा, 16 देशों के 2400 लोगों पर अध्ययन

भारत'बादल बम' के बाद अब 'वाटर बम': लेह में बादल फटने से लेकर कोविड वायरस तक चीन पर शंका, अब ब्रह्मपुत्र पर बांध क्या नया हथियार?

स्वास्थ्यसीएम सिद्धरमैया बोले-हृदयाघात से मौतें कोविड टीकाकरण, कर्नाटक विशेषज्ञ पैनल ने कहा-कोई संबंध नहीं, बकवास बात

स्वास्थ्यमहाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 12 मामले, 24 घंटों में वायरस से संक्रमित 1 व्यक्ति की मौत

स्वास्थ्यअफवाह मत फैलाओ, हार्ट अटैक और कोविड टीके में कोई संबंध नहीं?, एम्स-दिल्ली अध्ययन में दावा, जानें डॉक्टरों की राय

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत