'एक झूठी मनगढ़ंत कहानी बनाकर मुझे 5 माह तक जेल के अंदर रखा गया', जेल से निकलते ही बोले हेमंत सोरेन
By रुस्तम राणा | Updated: June 28, 2024 17:31 IST2024-06-28T17:26:13+5:302024-06-28T17:31:10+5:30
अपनी जमानत पर झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, "एक झूठी मनगढ़ंत कहानी बनाकर मुझे पांच महीने तक सलाखों के पीछे रखा गया। हम देख रहे हैं कि कैसे न्यायिक प्रक्रिया सिर्फ दिन या महीने नहीं बल्कि सालों लग रही है।

'एक झूठी मनगढ़ंत कहानी बनाकर मुझे 5 माह तक जेल के अंदर रखा गया', जेल से निकलते ही बोले हेमंत सोरेन
रांची:झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रमुख हेमंत सोरेन आज (28 जून) जेल से रिहा हो गए। झारखंड हाईकोर्ट ने शुक्रवार को कथित भूमि घोटाला मामले में सोरेन को जमानत दे दी है। सोरेन के जेल से बाहर निकलते ही बड़ी संख्या में जेएमएम समर्थकों ने जयकारे लगाए और उनके पक्ष में नारे लगाए। सोरेन की पत्नी और जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन ने न्यायपालिका और लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। जेल से रिहा होने के बाद सोरेन लोगों की ओर हाथ हिलाते और अपने पिता और जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन से आशीर्वाद मांगते देखे गए। अधिकारी ने कहा, "कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद हेमंत सोरेन को जेल से रिहा कर दिया गया।"
जेल से निकलते ही उन्होंने केंद्र सरकार और न्यायिक व्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया। अपनी जमानत पर झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, "एक झूठी मनगढ़ंत कहानी बनाकर मुझे पांच महीने तक सलाखों के पीछे रखा गया। हम देख रहे हैं कि कैसे न्यायिक प्रक्रिया सिर्फ दिन या महीने नहीं बल्कि सालों लग रही है। आज, यह पूरे देश के लिए एक संदेश है कि कैसे हमारे खिलाफ साजिश रची गई थी। हमने जो लड़ाई शुरू की और जो संकल्प लिए, हम उन्हें पूरा करने के लिए काम करेंगे।"
#WATCH | Ranchi | On his bail, former Jharkhand CM Hemant Soren says, "I was kept behind bars for 5 months...We are seeing how the judicial process is taking years not just days or months...Today, it is a message for the whole country that how a conspiracy was hatched against… pic.twitter.com/6dVkrGvotg
— ANI (@ANI) June 28, 2024
जनवरी में, सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भूमि घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित आरोपों पर गिरफ्तार किया था। जांच में आधिकारिक अभिलेखों की जालसाजी के माध्यम से बड़ी मात्रा में आय अर्जित करने का आरोप लगाया गया है, जिसमें करोड़ों रुपये की भूमि के बड़े हिस्से को हासिल करने के लिए नकली विक्रेता और खरीदार शामिल हैं। संबंधित घटनाओं में, 22 मार्च को, एक विशेष पीएमएलए अदालत ने सोरेन की न्यायिक हिरासत 4 अप्रैल तक बढ़ा दी।