गिरफ्तारी के बीच दिल्ली के एक स्कूल गेट पर लगा 'आई लव मनीष सिसोदिया' का बैनर, लोगों ने जताई नाराजगी, पुलिस ने दर्ज किया मामला
By अनिल शर्मा | Published: March 5, 2023 08:27 AM2023-03-05T08:27:21+5:302023-03-05T08:35:59+5:30
एक स्थानीय निवासी दुर्गेश तिवारी ने कहा कि 'आप के कुछ कार्यकर्ता यहां आए थे और गेट पर 'आई लव सिसोदिया' का बैनर लगा दिया था और स्कूल आने वाले बच्चों को गेट के पास बैठने के लिए बुलाया था।'
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने शनिवार को पूर्वोत्तर दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में दिल्ली सरकार के एक स्कूल के गेट पर 'आई लव मनीष सिसोदिया' का बैनर लगाए जाने के खिलाफ मामला दर्ज किया है। स्थानीय निवासियों ने शुक्रवार सुबह बैनर लगाए जाने का विरोध किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
भाजपा ने AAP पर "छात्रों को मजबूर करने" का आरोप लगाया जिसपर AAP सरकार ने दावा किया कि न तो कोई सरकारी विभाग और न ही उसका कोई कर्मचारी इस पहल में शामिल था और यह बच्चों के माता-पिता द्वारा स्वेच्छा से अपने "प्यारे" के समर्थन में किया गया था।
शिकायत स्थानीय निवासी दिवाकर पांडे ने की थी, जिसके लिए दिल्ली पुलिस ने शास्त्री पार्क पुलिस स्टेशन में दिल्ली संपत्ति विरूपण अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के समन्वयक गजाला ने स्कूल के प्रधानाचार्य के साथ मिलकर स्कूल के गेट पर बैनर लगवा दिया।
Wow... Children of Delhi are showing an unprecedented outpouring of love for their favourite Education minister with messages of #ILoveManishSisodiahttps://t.co/R3BSyB4T4D
— Jasmine Shah (@Jasmine441) March 3, 2023
समचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए शिकायतकर्ता दिवाकर पांडे ने कहा, '3 मार्च को सुबह 8-8.30 बजे के बीच, आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ कार्यकर्ता शास्त्री पार्क में सरकारी स्कूल के गेट के ऊपर एक बैनर लगा रहे थे। सबसे पहले, उन्होंने स्कूल से एक डेस्क निकाली। उसे बाहर लाकर उस पर चढ़ गया और गेट पर 'आई लव मनीष सिसोदिया' का पोस्टर लगाने लगा, जिस पर लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है, इसे राजनीति से दूर रखो।
उन्होंने कहा, "हमने उनसे पूछा भी कि क्या उनके पास अनुमति है। उन्होंने विधायक अब्दुल रहमान से संबंधित होने का दावा किया। इसके बाद एक व्यक्ति ने विधायक से संपर्क किया और उनसे पूछा कि क्या उन्होंने अनुमति दी है और विधायक ने हां में जवाब दिया।'' पांडेय ने कहा, हम जानते हैं कि विधायक झूठ बोल रहे हैं। इसलिए किसी राजनीतिक लाभ के लिए किसी स्कूल का इस्तेमाल करने की अनुमति कभी नहीं दी जाती है।
शिकायतकर्ता ने कहा कि लोगों के विरोध के बाद बैनर को हटा दिया गया। उन्होंने कहा, "समस्या यह है कि बच्चों से 'आई लव मनीष सिसोदिया' लिखवाया जाता है। हमारी संस्कृति इन सब चीजों की अनुमति नहीं देती है।" शिकायतकर्ता ने कहा कि वे बच्चों का ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं।
एक स्थानीय निवासी दुर्गेश तिवारी ने कहा कि 'आप के कुछ कार्यकर्ता यहां आए थे और गेट पर 'आई लव सिसोदिया' का बैनर लगा दिया था और स्कूल आने वाले बच्चों को गेट के पास बैठने के लिए बुलाया था।'
गौरतलब है कि मनीष सिसोदिया को दिल्ली की नई आबकारी नीति मामले में कथित अनियमितताओं के आरोप में पिछले रविवार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। विपक्ष द्वारा गड़बड़ी के आरोपों के बीच नीति को वापस ले लिया गया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले में दखल देने से इनकार करने के बाद सिसोदिया ने शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी।
राष्ट्रीय राजधानी में एक ट्रायल कोर्ट के समक्ष सिसोदिया की ओर से दायर नई जमानत याचिका में कहा गया है कि उन्हें (सिसोदिया) हिरासत में रखने से कोई सार्थक उद्देश्य पूरा नहीं होगा क्योंकि मामले में सभी बरामदगी पहले ही की जा चुकी है।