जयपुर: कांग्रेस के बागी सचिन पायलट ने सोमवार को सीएम अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार किया है। पायलट ने कहा कहा कि सीएम के बयान से उदास हूँ लेकिन हैरान नहीं हूँ। पायलट ने कहा, 'मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। दरअसल वह असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि मैं ये मुद्दे उठाता रहा हूं और मैं मामले को लेकर उचित क़ानूनी कार्रवाई करूंगा।
कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की ओर से 35 करोड़ की रिश्वत ऑफर करने के आरोप पर सचिन पायलट की सफाई दी। पायलट ने कहा कि राजस्थान में पार्टी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के सदस्य और विधायक के रूप में मेरी वाजिब चिंताओं को दबाया जा सके। मुझे बदनाम करवाने और मेरी विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश है। मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश है।
बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर तीखा हमला बोलते हुए सोमवार को कहा कि वह सात साल प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहे लेकिन किसी ने उन्हें हटाने की मांग कभी नहीं की। गहलोत ने कहा कि इतिहास में यह पहला उदाहरण होगा कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष अपनी ही पार्टी की सरकार को गिराने के षडयंत्र में शामिल रहा। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा, ‘‘जिस प्रदेशाध्यक्ष पायलट को प्रदेश में इतना सम्मान मिला वह कांग्रेस की पीठ में छुरा भोंकने को तैयार हो गया।’’
निक्कमा' और 'नकारा' है पायलट: सीएम अशोक गहलोत
उन्होंने कहा कि बहुमत उनके साथ है और सरकार को कोई दिक्कत नहीं है। गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘राजस्थान एकमात्र ऐसा राज्य है जहां सात साल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बदलने की कभी मांग नहीं हुई। हमें पता था कि यहां कुछ नहीं हो रहा है। हम जानते थे कि वह 'निक्कमा' और 'नकारा' है, फिर भी पार्टी हित को देखते हुए हमने कभी सवाल नहीं उठाया।’’ गहलोत ने कहा कि पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के रूप में पायलट का सम्मान कैसे करना है, यह उन्होंने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को सिखाया क्योंकि पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष मायने रखता है। उन्होंने कहा कि किसी ने कभी उनके खिलाफ एक शब्द नहीं बोला फिर भी ‘‘वह व्यक्ति कांग्रेस की पीठ में छुरा भोंकने के लिए तैयार हो जाता है।’’
कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने लगाए आरोप