हैदराबाद रेप-मर्डरः स्थानीय लोगों ने कहा- हमें नहीं चाहिए सहानुभूति, केवल चाहिए एक्शन और जस्टिस, नेताओं को लौटाया
By रामदीप मिश्रा | Published: December 1, 2019 03:50 PM2019-12-01T15:50:05+5:302019-12-01T15:50:05+5:30
सरकारी अस्पताल में काम करने वाली पशु चिकित्सक से गुरुवार रात शहर के बाहरी इलाके में चार लोगों ने बलात्कार करके उसकी हत्या कर दी थी। बाद में 25 वर्षीय इस महिला का झुलसा हुआ शव बरामद हुआ था।
हैदराबाद के बाहरी इलाके में एक पशु चिकित्सक से बलात्कार और हत्या की घटना के बाद लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। स्थानीय लोग भारी संख्या में कॉलोनी में एकत्रित होकर दोषियों के खिलाफ फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं। वहीं, उन्होंने किसी भी नेता की सहानुभूति लेने से इनकार किया है और उनसे दूर रहकर सिर्फ न्याय की मांग कर रहे हैं। साथ ही साथ उन्हें वापस कॉलोनी से वापस लौटा दिया है।
स्थानीय लोगों ने फिल्मी सितारों और नेताओं द्वारा पीड़ित परिवार को सात्वना बंधाने के लिए किए जा रहे फोन कॉल्स से दूर रहने का फैसला किया है और किसी भी तरह की सहानुभूति लेने से इनकार किया और कहा है कि सिर्फ न्याय चाहिए। इसके अलावा लोगों ने कॉलोनी के फाटकों को बंद कर दिया। साथ ही साथ हाथ में तख्तियां पकड़े हुए नजर आए, जिसमें उन्होंने लिखा, 'न मीडिया, न पुलिस, न बाहरी, न सहानुभूति, केवल एक्शन और जस्टिस चाहिए।'
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, घटना की निंदा करते हुए एक स्थानीय महिला ने पूछा है कि पुलिस द्वारा आरोपी गिरफ्तार होने के बावजूद मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव क्यों तुंरत कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। लड़की के साथ जो व्यवहार किया गया है, वही आरोपियों के साथ क्यों नहीं किया जा रहा है। एक अन्य महिला ने पूछा कि प्रधानमंत्री ने अभी तक ट्वीट क्यों नहीं किया है?
सीपीआई (एम) के पूर्व विधायक जे रंगा रेड्डी ने मांग की कि मुख्यमंत्री महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध को रोकने के लिए तुरंत कदम उठाएं। हालांकि, रेड्डी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी स्थानीय निवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा है। साथ ही साथ उन्हें वापस जाने के लिए कहा गया।
इधर, घटना के संबंध में एफआईआर दर्ज करने में देरी के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साइबराबाद पुलिस आयुक्त वी सी सज्जनर ने बताया कि परिवार द्वारा पुलिस पर लगाए आरोपों की जांच करने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
परिवार ने अपनी शिकायत में कहा था कि पुलिस ने न्यायिक कारणों का हवाला देते हुए महिला के लापता होने पर समय रहते कार्रवाई नहीं की थी। उन्होंने बताया कि संपूर्ण जांच की गई, जिसके बाद उप-निरीक्षक और दो कॉन्स्टेबल को निलंबित कर दिया गया।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों को एक बार फिर निर्देश दिया गया है कि संज्ञेय अपराध से संबंधित शिकायत पुलिस थाने में आने पर तुरन्त मामला दर्ज किया जाए, भले ही मामला उनके क्षेत्राधिकार का हो या नहीं।
गौरतलब है कि सरकारी अस्पताल में काम करने वाली पशु चिकित्सक से गुरुवार रात शहर के बाहरी इलाके में चार लोगों ने बलात्कार करके उसकी हत्या कर दी थी। बाद में 25 वर्षीय इस महिला का झुलसा हुआ शव बरामद हुआ था। मामले के चार आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्याममला कुंदर घटना की जांच के लिये यहां पहुंची।
उन्होंने जांच के बाद उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी, जो मृतका के परिवार की शिकायत पर समय पर कथित तौर पर हरकत में नहीं आये थे। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने नयी दिल्ली में बताया था कि आयोग की एक टीम मृतका के परिवार के पास गई, जिसने टीम को बताया कि पुलिस ने मामले में नकारात्मक भूमिका निभाई। परिवार के सदस्यों ने यह भी कहा कि पुलिस ने आरोप लगाया कि वह (पशु चिकित्सक) किसी के साथ भाग गई है।