पांच आदिवासी सीटों पर कैसे रोचक हुआ मुकाबला, जहां मोदी और राहुल झोंक रहे ताकत

By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: April 10, 2024 04:51 PM2024-04-10T16:51:50+5:302024-04-10T16:54:48+5:30

मध्य प्रदेश की पांच आदिवासी सीटों पर कांटे की लड़ाई हो गई है। आदिवासी बहुल सीटों पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। हार जीत के कड़े मुकाबले में मोदी और राहुल ने ताकत लगाई है। लोकमत पर समझिए कैसे आदिवासी 5 सीटों पर दिलचस्प हुआ चुनाव।

How the contest became interesting on five tribal seats, where Modi and Rahul are exerting their strength. | पांच आदिवासी सीटों पर कैसे रोचक हुआ मुकाबला, जहां मोदी और राहुल झोंक रहे ताकत

पांच आदिवासी सीटों पर कैसे रोचक हुआ मुकाबला, जहां मोदी और राहुल झोंक रहे ताकत

Highlightsएमपी की पांच आदिवासी सीटो का सियासी हाल,जहां दिग्गजों की साख दांव परआदिवासी वोटर पांच सीटों पर करेंगे बीजेपी कांग्रेस प्रत्याशियों का फैसला

आदिवासी  पांच सीटों का सियासी हाल

मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की नजर आदिवासी सीटों पर सबसे ज्यादा है बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के साथ पीएम मोदी और राहुल गांधी ने भी आदिवासियों पर आदिवासी सीटों पर अपना फोकस बढ़ाया है । लेकिन लोकमत पर समझिए के मध्य प्रदेश की आदिवासी बाहुल 5 सीटों पर कैसे मुकाबला दिलचस्प हो गया है....


 छिंदवाड़ा -
आदिवासी बाहुल सीट पर सामान्य उम्मीदवार है। लेकिन लगभग 40 फीसदी आदिवासी आबादी वाली इस सीट पर मुकाबला मौजूदा सांसद नकुलनाथ और बीजेपी के बंटी साहू के बीच में है । कांटे का मुकाबला इस तरीके से समझा जा सकता है की मुख्यमंत्री मोहन यादव से लेकर शिवराज कैलाश विजयवर्गीय, वीडी शर्मा यहां पर पूरी ताकत झोंक रहे हैं तो वहीं नकुलनाथ की जीत के लिए कमलनाथ दमखम लगाते हुए नजर आ रहे हैं। कमलनाथ का पूरा परिवार नकुलनाथ के लिए प्रचार में जुटा हुआ है।


मंडला-
एसटी के लिये आरक्षित मंडला सीट पर कांग्रेस के विधायक ओमकार सिंह मरकाम और बीजेपी के उम्मीदवार फग्गन सिंह कुलस्ते  के बीच कांटे की टक्कर है। राहुल गांधी यहां जनसभा को संबोधित कर चुके हैं तो वहीं पीएम मोदी ने बालाघाट से मंडला में बीजेपी की जीत के लिए जनता से आशीर्वाद मांगा। तो दिग्विजय सिंह ने आदिवासियों के मुद्दों पर कांग्रेस को आदिवासी हितेषी बताने की कोशिश की।

धार-
 कांग्रेस ने राधेश्याम मुवैल और भाजपा ने पूर्व सांसद सावित्री ठाकुर को टिकट दिया है। यहां पर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार की साख दाव पर है तो वही बीजेपी ने यहां जीत के लिए पार्टी की एक बड़ी फौज को उतारा है यहां मुकाबला कांटे का है।

झाबुआ रतलाम-
आदिवासी आरक्षित इस सीट पर कांग्रेस से पांच बार सांसद रह चुके कांतिलाल भूरिया का मुकाबला प्रदेश के वन मंत्री नगर सिंह चौहान की पत्नी अनीता से है। आदिवासी बहुत सीट पर कांटे की टक्कर है। यही वजह है की सीट पर बीजेपी ने कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष को आज भाजपा की सदस्यता दिलाई।
 

बालाघाट-
यहां बीजेपी के डॉक्टर भारती पारधी का मुकाबला कांग्रेस के सम्राट सरसवार से है। यही वजह है कि कांग्रेस से आप पूरा दम खम लगा रही है तो खुद पीएम मोदी ने यहां चुनावी सभा कर भाजपा के लिए वोट मांगे । पवार आदिवासी वोटर वाली  इस सीट पर मुकाबला कड़ा है।
 

Web Title: How the contest became interesting on five tribal seats, where Modi and Rahul are exerting their strength.

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