यह कितनी अभद्र या घटिया राजनीति है, इसकी तुलना नहीं की जा सकतीः स्टालिन
By भाषा | Updated: November 23, 2019 14:18 IST2019-11-23T14:18:17+5:302019-11-23T14:18:17+5:30
पार्टी प्रमुख एम के स्टालिन ने यहां तक कि इसे लोकतंत्र की हत्या भी कह दिया जाए, तो भी यह कम होगा। द्रमुक नेता ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में कोई इस राजनीति (घटनाक्रम) को घिनौना कह सकता है... यह कितनी अभद्र या घटिया राजनीति है, इसकी तुलना नहीं की जा सकती।’’

गौरतलब है कि महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार को एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला।
तमिलनाडु में विपक्षी द्रमुक ने शनिवार को महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम को ‘‘घृणित’’ करार दिया, जहां भाजपा ने राकांपा प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार के समर्थन से सरकार बनाई।
द्रमुक कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) का एक प्रमुख घटक दल है। पार्टी प्रमुख एम के स्टालिन ने यहां तक कि इसे लोकतंत्र की हत्या भी कह दिया जाए, तो भी यह कम होगा। द्रमुक नेता ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘महाराष्ट्र में कोई इस राजनीति (घटनाक्रम) को घिनौना कह सकता है... यह कितनी अभद्र या घटिया राजनीति है, इसकी तुलना नहीं की जा सकती।’’
उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा ने ‘‘राजनीतिक नियमों को रौंद दिया है, राज्यपाल को कठपुतली बना दिया’’ और सत्ता में आने के लिए राष्ट्रपति कार्यालय का भी इस्तेमाल किया। क्या यह छलकपट नहीं है।’’ राज्य के नेता प्रतिपक्ष स्टालिन ने यह भी कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि इसे लोकतंत्र की हत्या भी करार दिया जाए, तो भी कम होगा, इससे मामले की गंभीरता कम होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय लोकतंत्र का चेहरा काला कर दिया गया है। यह बहुत शर्मनाक है।’’ गौरतलब है कि महाराष्ट्र की राजनीति में शनिवार को एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जब महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। देवेंद्र फड़नवीस के साथ शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
केरल राकांपा ने महाराष्ट्र में भाजपा को समर्थन देने के लिए अजित पवार की आलोचना की
केरल में सत्तारूढ़ एलडीएफ की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की राज्य इकाई ने महाराष्ट्र में सरकार गठित करने के लिए भाजपा को समर्थन देने के पार्टी नेता अजित पवार के फैसले की शनिवार को निंदा की और कहा कि वह भगवा दल के ‘‘जाल’’ में फंस गए।
राकांपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी विधायक मणि सी कप्पन ने अजित पवार और उनके सहयोगियों को दल-बदल विरोधी कानून के आधार पर अयोग्य घोषित करने के लिए कदम उठाने की केंद्रीय नेतृत्व से अपील की। महाराष्ट्र में शनिवार को राष्ट्रपति शासन हटने के बाद भाजपा के देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और राकांपा के अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की।
राकांपा के अखिल भारतीय महासचिव टी पी पीताम्बरन मास्टर ने कहा कि पार्टी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार का भाजपा के साथ जाने का फैसला उनका निजी फैसला है। मास्टर ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘हम केरल के नेता और राकांपा कार्यकर्ता शरद पवार जी के साथ खड़े हैं।’’