शहद मिलावट: सीएसई ने चीनी कंपनी के दावे का खंडन किया

By भाषा | Updated: December 8, 2020 20:39 IST2020-12-08T20:39:46+5:302020-12-08T20:39:46+5:30

Honey adulteration: CSE refutes Chinese company's claim | शहद मिलावट: सीएसई ने चीनी कंपनी के दावे का खंडन किया

शहद मिलावट: सीएसई ने चीनी कंपनी के दावे का खंडन किया

नयी दिल्ली, आठ दिसम्बर सेंटर फॉर साइंस एंड एनवॉयरमेंट (सीएसई) ने चीनी कंपनी वुहू डेली फूड्स के उस बयान का खंडन किया है, जिसमें उसने इस बात की जानकारी होने से इनकार किया कि उनके लेन-देन का शहद में शुगर सिरप (चीनी) की मिलावट से कोई लेना-देना था।

चीनी कंपनी वुहू डेली ने इस बात से स्पष्ट रूप से इनकार किया है उसे पता था कि सीएसई जांचकर्ताओं द्वारा सिरप मंगाने का उद्देश्य भारत में शहद की प्रामाणिकता साबित करने के लिए की जाने वाली जांचों से बचना था। उसके बयान में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि कंपनी का मानना है कि उसका सिर्फ सिरप के साथ लेना-देना है, न कि शहद के साथ।

सीएसई ने एक बयान में इस दावे को खारिज किया और कहा कि तथ्य यह है कि वुहू डेली ने इस मंशा से सिरप के नमूने भेजे थे ताकि भारत में शहद जांच प्रोटोकॉल से बचने में उसकी मदद की जा सके।

सीएसई ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीएसई चूंकि खाद्य आयातक नहीं है, इसलिए उसे खाद्य उत्पादों के आयात के लिए अपेक्षित मंजूरी नहीं थी और वुहू डेली से शिपमेंट को रद्द करना पड़ा। यदि हम इस शिपमेंट को प्राप्त करते तो हमें इसकी सामग्रियों का परीक्षण करने में खुशी होगी।’’

सीएसई ने कहा कि उसके जांचकर्ताओं ने वुहू डेली को पत्र लिखकर वह सिरप मांगा था जो भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएएआई) द्वारा शहद के लिए अनिवार्य मानक विनिर्देशों को नजरअंदाज कर सकता है।

उसने कहा कि यह आम जानकारी है कि चीनी कंपनियों के सिरप में विशेषज्ञता होती है, जो शहद में मिलावट होने पर भारतीय परीक्षण मापदंडों को पार कर सकती है।

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Web Title: Honey adulteration: CSE refutes Chinese company's claim

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