Hindi Diwas 2024: जब संविधान सभा ने हिन्दी को आधिकारिक भाषा के रूप में किया अंगीकार, जानिए हिन्दी दिवस से जुड़ी अहम बातें
By रुस्तम राणा | Published: September 14, 2024 05:16 AM2024-09-14T05:16:34+5:302024-09-14T05:16:34+5:30
Hindi Diwas 2024: भारत में पहला हिन्दी दिवस 14 सितंबर, 1953 को मनाया गया था और इसी दिन आधिकारिक तौर पर यह मान्यता दी गई कि 14 सितंबर को हर साल हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
Hindi Diwas 2024:हिन्दी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। 14 सितंबर साल 1949 को संविधान सभा ने हिन्दी को देश की आधिकारिक भाषा के रूप में अंगीकार किया था। इसलिए हर साल 14 सितंबर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। अनुच्छेद 343 में हिन्दी को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी। हिन्दी दिवस 2024 की थीम "हिंदी - पारंपरिक ज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बीच सेतु" है।
14 सितंबर 1953 को मनाया गया पहला हिन्दी दिवस
भारत में पहला हिन्दी दिवस 14 सितंबर, 1953 को मनाया गया था और इसी दिन आधिकारिक तौर पर यह मान्यता दी गई कि 14 सितंबर को हर साल हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाने का फैसला किया था। देश में हिन्दी राजभाषा तो है लेकिन यह राष्ट्र भाषा नहीं है।
भारतीय संस्कृति की आत्मा 'हिन्दी'
हिन्दी भाषा को लेकर देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने कहा था, "हिन्दी चिरकाल से ऐसी भाषा रही है जिसने मात्र विदेशी होने के कारण किसी शब्द का बहिष्कार नहीं किया।" जबकि कमलापति त्रिपाठी ने हिन्दी भाषा को भारतीय संस्कृति की आत्मा कहा है।
विश्व पटल पर हिन्दी की खास पहचान
विश्व पटल पर हिन्दी के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ता जा रहा है दुनियाभर के कई विश्वविद्यालयों में हिन्दी को पढ़ाया जा रहा है। हिन्दी पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली पांच भाषाओं में से एक है। यह समृद्ध भाषा भारत के अलावा, यूएई, न्यूजीलैंड, मॉरीशस, फिजी, सुरीनाम, गुयाना, त्रिनिडाड एंड टोबैगो, बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल, अमेरिका, यूके, जर्मनी जैसे देशों में भी बोली जाती है।
हिन्दी भारत की एक सॉफ्ट पॉवर
दुनियाभर में हिन्दी भाषा का विस्तार भारत की एक सॉफ्ट पॉवर है। इसमें अप्रवासी भारतीयों से लेकर सरकार, देश के राजनेता और हिन्दी सिनेमा का महत्वपूर्ण योगदान माना जा सकता है। एक आंकड़ों के अनुसार, दुनियाभर में 420 मिलियन से अधिक लोग पहली भाषा के रूप में हिन्दी बोलते हैं और वहीं लगभग 120 मिलियन लोग इसे दूसरी भाषा के रूप में बोलते हैं।