नरेंद्र मोदी भी करते थे भय्यू महाराज को झुककर प्रणाम, आश्रम में जाती थीं लता मंगेशकर-आशा भोसले
By खबरीलाल जनार्दन | Published: June 12, 2018 04:18 PM2018-06-12T16:18:48+5:302018-06-12T16:48:32+5:30
आध्यात्मिक लाभ लेने के लिए पीएम मोदी समेत पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे और मनसे प्रमुख राज ठाकरे तक भय्यू महाराज के आश्रम में आते थे।
इंदौर, 12 जूनः भय्यू महाराज का आध्यात्मिक दुनिया से ज्यादा बॉलीवुड और राजनीतिक दुनिया में पैठ थी। उनके आश्रम में एक से बढ़कर हस्तियां आध्यात्मिक लाभ के लिए आती थीं। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं। पीएम मोदी जब कभी आश्रम आते वह झुककर भय्यू महाराज को प्रणाम करते। पीएम मोदी के अलावा पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का नाम भी भय्यूजी महाराज के आश्रम में आने वालों में शामिल है। यही नहीं, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे सरीखी राजनीतिक हस्तियां उनके आश्रम से आत्यात्मिक लाभ लेने वालों में शामिल हैं। फिल्म जगत से सुर सामाग्री लता मंगेशकर, आशा भोसले, अनुराधा पौडवाल, अभिनेता मिलिंद गुणाजी आदि एक्सर उनके आश्रम का विजिट किया करते थे।
भय्यू महराज सबसे ज्यादा चर्चा में तब आए जब उन्हें अन्ना आंदोलन के वक्त तत्कालीन सरकार ने आंदोलन समाप्त कराने के लिए बातचीत के लिए सरकार का प्रतिधिनित्व के लिए भेज दिया। आखिर में जब अन्ना ने अपना आमरण अनशन तोड़ा तो उनको जूस पिलाने के लिए भय्यू महाराज को चुना गया। इतना ही नहीं, जब गुजरात में नरेंद्र मोदी सद्भावना उपवास के लिए बैठे तो उनके उपवास को तुड़वाने के लिए भय्यू महाराज को ही भेजा गया।
उल्लेखनीय है कि भय्यू महाराज का आश्रम मध्य प्रदेश के इंदौर में है। मुख्य आश्रम इंदौर स्थित बापट चौराहे पर है। सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट नाम से उनका आश्रम चलता था। चूंकि भय्यू जी आध्यात्मिक गुरु होने से अर्से तक मुंबई में मॉडलिंग करते थे, इसलिए उनके मुंबई के लोगों से अच्छी पैठ थी। आश्रम में मुंबइया लोगों का आना-जाना लगा रहता था।
जानिए कौन हैं भय्यूजी महाराज, शान-ओ-शौकत में नहीं थी कोई कमी
आत्महत्या से कुछ घंटे पहले तक एक्टिव था भैय्यू महाराज का फेसबुक, ये हैं आखिरी 5 एफबी पोस्ट
सोशल मीडिया पर एक्टिव थे भय्यूजी महाराज, ख़ुदकुशी से पहले बताया था मासिक शिवरात्री का महत्व
लेकिन 12 जून (शनिवार) उन्होंने अपने सिल्वर सिप्रिंग के बंगले में खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। शुरुआती जानकारी के अनुसार खुद को कनपटी पर गोली मारने के बाद उन्हें इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल ले जाया गया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। इस खबर की जानकारी मिलते ही कलेक्टर और डीआईजी बॉम्बे हॉस्पिटल पहुंच गए।पुलिस मामले की जांच कर रही है। आत्महत्या की वजह पारिवारिक कलह और कर्ज बताया जा रहा है। उन्होंने पिछले साल दूसरी शादी की थी।