जम्मू से आया हृदयविदारक दृश्य! आतंकी गोलियों के शिकार हुए दीपू के घर आया नन्हा मेहमान, पत्नी साक्षी ने 7 दिनों के बाद दिया बेटे को जन्म
By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 6, 2023 05:35 PM2023-06-06T17:35:03+5:302023-06-06T17:35:25+5:30

जम्मू से आया हृदयविदारक दृश्य! आतंकी गोलियों के शिकार हुए दीपू के घर आया नन्हा मेहमान, पत्नी साक्षी ने 7 दिनों के बाद दिया बेटे को जन्म
जम्मू: इससे ज्यादा हृदयविदारक दृश्य शायद ही कोई होगा कि जिस दीपू को आतंकियों ने 7 दिन पहले कश्मीर में गोलियों से भून दिया था, उसकी पत्नी साक्षी ने मंगलवार एक बेटे को जन्म दिया। ऐसे में दिवंगत दीपू के घर पर हालत यह है कि वे दीपू की मौत का मातम मनाएं या फिर बेटे के पैदा होने की खुशी!
7 दिन पहले बेहद ही गरीब परिवार के एकमात्र कमाई करने वाले सदस्य दीपू को आतंकियों ने अनंतनाग में उस सर्कस में गोली मार दी थी जिसमें नौकरी कर वह अपने परिवार और अपने दृष्टिहीन भाई के परिवार को पाल रहा था। उसका परिवार किस गरीबी की हालत में है अंदाजा इसी से लगाया जा सकता था कि उसके कच्चे घरों ने आज तक बिजली की रोशनी के दर्शन भी नहीं किए हैं।
दीपू की पत्नी साक्षी उस समय नौ महीने की गर्भवती थी जब आतंकियों ने उसकी जान ले ली थी। अभी तक साक्षी अपने पति की मौत के सदमे से नहीं उभर पाई है। अब जबकि पत्नी एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया है, उसके घर पर आने वालों का तांता तो है पर आने वाले भी अजीब दुविधा में हैं।
दरअसल कई आने वाले दीपू की मौत का गम मनाने के लिए आ रहे हैं पर जब उनको बेटे के जन्म की खबर मिलती है तो भी वे उसके जन्म की बधाई नहीं दे पाते। शायद यही क्रूर नियती है कि दीपू का परिवार किस्मत के थपेड़ों को सहन करने को मजबूर है। करीब 15 साल पहले गरीबी के चलते दीपू का परिवार जम्मू से उधमपुर के मजालता तहसील के बिलासपुर गांव की ओर कूच कर गया था।
इसके बाद दीपू एक सर्कस के साथ जुड़ गया जिसे जी-20 की बैठक से पहले ‘कश्मीर में सब चंगा है’ दिखाने की खातिर अनंतनाग में डेरा डालने को कहा गया था। हालांकि, दीपू का परिवार शायद यह नहीं जानता था कि अब उसके परिवार के लिए कुछ भी चंगा नहीं रहेगा। हालांकि दीपू की आतंकियों के हाथों हत्या के बाद प्रशासन ने उसके परिवार की सुध तो ली पर 5 हजार रूपया महीने की पेंशन से परिवार किस किस का पेट भरेगा यह उनके लिए यक्ष प्रश्न है।