दो महीने के तीर्थाटन के वास्ते अयप्पा मंदिर के श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य परामर्श जारी
By भाषा | Updated: November 9, 2020 23:31 IST2020-11-09T23:31:55+5:302020-11-09T23:31:55+5:30

दो महीने के तीर्थाटन के वास्ते अयप्पा मंदिर के श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य परामर्श जारी
तिरूवनंतपुरम (केरल), नौ नवंबर सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में 16 नवंबर से शुरू हो रही दो महीने के मंडाला मकरविल्लाकु सीजन के बीच केरल सरकार ने कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए ट्रैकिंग के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा मानक नियमों के सख्त अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए परामर्श जारी किया है।
चूंकि देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों में धार्मिक कार्यक्रम और तीर्थाटन इस वायरस के प्रसार के लिए उपयुक्त स्थल साबित हुए हैं इसलिए वाम सरकार बिल्कुल चौकन्नी है और कोई कसर नहीं छोड़ रही है क्योंकि इस दौरान लाखों श्रद्धालु राज्य में पहुंचते हैं।
छह महीने तक बंद रहने के बाद इस मंदिर को पिछले महीने मासिक पूजा के लिए पांच दिनों के वास्ते श्रद्धालुओं के लिए खोला गया था।
परामर्श के अनुसार कम हवा वाली जगह पर एक दूसरे के करीब आना, भीड़ करना आदि से बचाना होगा तथा सुरक्षित तीर्थाटन के लिए रोजाना तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित रखने की जरूरत है।
सरकार ने रोजाना 1000 श्रद्धालुओं को प्रार्थना एवं पूजा-पाठ करने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। तीर्थयात्रियों को बार बार हाथ धोना होगा, एक दूसरे से दूरी बनाकर रखनी होग, मास्क लगाना हेागा और साथ में सेनेटाइजर लेकर चलना हागा।
परामर्श के अनुसार यहां नीलक्कल शिविर पर पहुंचने से पहले सभी यात्रियों के पास कोविड-19 जांच का प्रमाणपत्र होना चाहिए और यह जांच बस 24 घंटे पहले करायी गयी हो।
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