कोच्चि, 29अगस्त: केरल बाढ़ को ‘‘बहुत बड़ी त्रासदी’’ करार देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां के पीड़ितों से मुलाकात की है। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि यहां लोगों के समर्थन के रूप में वह आए हैं और स्थिति को राजनीतिक बनाने के लिए नहीं हैं। मैं इस संकट की प्रकृति पर टिप्पणी नहीं करूंगा।
उन्होंने कहा कि मैं यहां लोगों की परेशानी समझने उनको स्पोर्ट करने आया हूं। साथ ही उनसे जब केरल को दिए जाने वाले फंड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसको गुप्त रखने की बात कही। यहां उन्होंने कहा कि जिस तरह से केरल के लोगों ने इस परिस्थिति का सामना किया है, मुझे केरल के सभी लोगों पर गर्व है।
राहुल ने कहा कि मैंने बड़ी संख्या में राहत शिविरों में लोगों से मुलाकात की है। मैंने केरल के सीएम से बात की है। यह बेहद जरूरी है कि सरकार लोगों को उनके घरों को दोबारा बनाने में सहयोग करे। जितने मुआवजे का ऐलान हुआ है वो जल्द-से-जल्द दिया जाए।
साथ ही उन्होंने कहा है कि भारत के दो विजन हैं। पहला केन्द्रित है और दूसरा विकेन्द्रित है। एक विजन केवल नागपुर से आने वाली विचारधारा का सम्मान करता है, दूसरा अलग-अलग विचारों की, संस्कृतियों का सम्मान करता है। यह लड़ाई जारी है।
इससे पहले मंगलवार को उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी मुआवजा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों पर दबाव डालेगी जो उन्हें प्रभावित लोगों को देना चाहिए।
बाढ़ से बर्बाद हुए अलपुझा, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों का दौरा करते हुए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से राहत एवं पुनर्वास अभियानों में भाग लेने तथा लोगों के क्षतिग्रस्त मकानों को रहने योग्य बनाने में मदद करने की भी अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी त्रासदी है। कई लोगों की जानें गई, कई लोगों ने अपनी संपत्ति गंवाई। मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि आप अकेले नहीं हो और हम सब आपके साथ हैं।’’ केरल के दो दिवसीय दौरे पर आज सुबह पहुंचे गांधी ने राहत शिविरों में लोगों से बात की।