Coronavirus: किचन में भूलकर भी ना करें सैनिटाइजर का इस्तेमाल, हरियाणा में हुआ भयानक हादसा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 31, 2020 12:54 PM2020-03-31T12:54:35+5:302020-03-31T12:54:35+5:30
हरियाणा के रेवाड़ी में एक शख्स को किचन में हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल महंगा पड़ गया और आग के संपर्क में आने के बाद वह 35 फीदस तक झुलस गया।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लोगों के बीच सैनिटाइजर का इस्तेमाल बढ़ गया है और लोग लगातार अपनी हाथों के साफ कर रहे हैं। लेकिन हरियाणा के रेवाड़ी में एक शख्स को किचन में हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल महंगा पड़ गया और आग के संपर्क में आने के बाद वह 35 फीदस तक झुलस गया।
44 साल के इस व्यक्ति को गंभीर अवस्था में दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज चल रहा है। आग की चपेट में आने से व्यक्ति के चेहरे, गर्दन, छाती, पेट और दोनों हाथ जले हैं, हालांकि, फिलहाल उसकी हालत स्थिर है।
बता दें कि सैनिटाइजर में 70 प्रतिशत तक एल्कोहल होता है, जो अत्याधिक ज्वलनशील होता है और आग के संपर्क में आने के बाद तुरंत आग पकड़ लेती है। इसलिए डॉक्टर खुली लपटों के पास लोगों को सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं करने की चेतावनी देते हैं।
सर गंगाराम अस्पताल के प्लास्टिक एंड कॉस्मेटिक सर्जरी के चेयरमैन डॉ. महेश मंगल ने बताया, 'पीड़ित व्यक्ति रसोई में मोबाइल फोन, चाबी व घर के अन्य सामान सैनिटाइज कर रहा था और इस दौरान सैनिटाइजर पीड़ित व्यक्ति के कपड़ों पर भी गिर गया। उसी वक्त उनकी पत्नी खाना बना रही थीं, जिस कारण उनके कपड़ों ने आग पकड़ ली। आननफानन में उन्होंने कुर्ता उतारा, लेकिन तब तक वह 35 फीसद तक चल गए थे।'
डॉक्टर महेश मंगल ने बताया, 'सैनिटाइजर में अल्कोहल होता है, जो कि इसे उच्च स्तरीय ज्वलनशील पदार्थ बनाता है। लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आग वाले स्थान पर सैनिटाइजर का प्रयोग ना करें और सैनिटाइजर अच्छे से सूखने देना चाहिए।'
पीड़ित व्यक्ति को 5-7 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखेंगा। डॉक्टर मंगल ने बताया, 'हम लगभग पांच दिनों तक पीड़ित का निरीक्षण करेंगे और फिर यह तय करेंगे कि उसे त्वचा की ग्राफ्टिंग की आवश्यकता होगी या नहीं।'