हरियाणा चुनावः कांडा का भाजपा को समर्थन, कांग्रेस ने कहा-कभी आप रेपिस्ट को जेल भेजने की बात करते थे अब गठजोड़
By भाषा | Published: October 25, 2019 06:42 PM2019-10-25T18:42:41+5:302019-10-25T18:42:41+5:30
एयर होस्टेस कांडा की विमानन कंपनी में काम करती थी। कांडा पर शुरुआत में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था लेकिन जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने आत्महत्या के लिये उकसाने के मामले में 2014 में उन्हें जमानत दे दी तब यह आरोप हटा दिया गया।
विवादों में रहे नवनिर्वाचित निर्दलीय विधायक गोपाल कांडा के हरियाणा में सरकार गठन के लिये भाजपा को ‘‘बेशर्त समर्थन’’ करने के वादे के बाद विवाद छिड़ गया है।
दरअसल, कांडा एक एयर होस्टेस को आत्महत्या के लिये उकसाने के मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं। हरियाणा लोकहित पार्टी के नेता कांडा ने संवाददताओं से कहा कि उन्होंने और सभी निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को बेशर्त समर्थन देने का फैसला किया है।
दिल्ली में भाजपा के एक नेता ने कहा कि पांच निर्दलीय विधायकों ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात की है। कांडा का समर्थन स्वीकार करने के भाजपा के संभावित कदम की विपक्षी कांग्रेस और यहां तक कि पार्टी (भाजपा) नेता उमा भारती ने भी आलोचना की। उमा ने उस विवाद का जिक्र किया, जिसमें कांडा संलिप्त थे और एक वक्त (2012 में) वह हरियाणा की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में मंत्री थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक ट्वीट में अपनी पार्टी को आगाह किया कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की साफ सुथरी छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।
उमा ने ट्वीट किया, ‘‘...गोपाल कांडा वही व्यक्ति है जिसकी वजह से एक लड़की ने आत्महत्या की थी तथा उसकी माँ ने भी न्याय नहीं मिलने पर आत्महत्या कर ली थी। मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है तथा यह व्यक्ति ज़मानत पर बाहर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘गोपाल कांडा बेक़सूर है या अपराधी, यह तो क़ानून साक्ष्यों के आधार पर तय करेगा, किंतु उसका चुनाव जीतना उसे अपराधों से बरी नहीं करता। चुनाव जीतने के बहुत सारे कारण होते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भाजपा से अनुरोध करूँगी कि हम अपने नैतिक मिशन को नहीं भूलें।’’ उमा इस वक्त हिमालय क्षेत्र में गंगा प्रवास पर हैं। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर दोहरा मानदंड रखने का आरोप लगाया। सुरजेवाला ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा,‘‘ ‘‘जब कांडा हरियाणा सरकार में मंत्री थे, उस वक्त के नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बयानों को देखिए। उस वक्त भाजपा का क्या रुख था?” सुरजेवाला ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कांडा को हटा दिया था। लेकिन यह भाजपा का दोहरा मापदंड है।
वहीं, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कांडा के सहयोग से सरकार बनाने की पहल करने पर भाजपा की आलोचना करते हुये कहा कि देश की बेटियां मूकदर्शक नहीं बनी रहेंगी। देव ने शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष एवं गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा कि कांडा के खिलाफ बलात्कार, आत्महत्या के लिये उकसाने और आपराधिक साजिश रचने जैसे संगीन आरोप लगे थे। ऐसे व्यक्ति के समर्थन से सरकार बनाना भाजपा की सत्ता लोलुपता का सबूत है।
देव ने कहा कि देश की बेटियां देख रही हैं कि आपके (अमित शाह) लिये सत्ता और महिला सुरक्षा में से क्या महत्वपूर्ण है। वरिष्ठ आप नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा, ‘‘एक ऐसे राज्य में जहां ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ आंदोलन शुरू किया गया, वहां भाजपा बलात्कार के आरोपी का समर्थन मांग रही है।’’ माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि भाजपा को सत्ता पाने के लिये अपराधियों से हाथ मिलाने से कोई गुरेज नहीं है।
येचुरी ने कहा, ‘‘गंभीर आपराधिक मामलों में आरोपियों का भाजपा समर्थन लेगी। किसी तरह सत्ता में बने रहने के लिये ऐसे लोगों को भाजपा नेता दिल्ली लेकर आये। इनका मकसद किसी तरह सत्ता में बने रहना है।’’ उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणामों में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। पार्टी को त्रिशंकु विधानसभा में 40 सीटें प्राप्त हुई हैं जबकि कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की। वहीं, दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जजपा) को 10 सीटें मिली और इनेलो ने एक सीट पर जीत दर्ज की। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा प्राप्त करने के लिये भाजपा की निगाहें मुख्य रूप से कांडा और सात निर्दलीय विधायकों पर टिकी हुई हैं।
कांडा अपनी पार्टी के एक मात्र विधायक हैं। एक एयर होस्टेस को आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप को लेकर 2012 में गिरफ्तार किये गये सिरसा विधायक ने कहा, ‘‘मेरा परिवार 1926 से आरएसएस से जुड़ा रहा है। मेरे पिता भाजपा के साथ थे।’’
यह एयर होस्टेस कांडा की विमानन कंपनी में काम करती थी। कांडा पर शुरूआत में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था लेकिन जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने आत्महत्या के लिये उकसाने के मामले में 2014 में उन्हें जमानत दे दी तब यह आरोप हटा दिया गया। कांडा 2012 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा नीत कांग्रेस सरकार में हरियाणा के गृह मंत्री थे। उनके पास शहरी निकायों, उद्योग एवं वाणिज्य विभागों का भी प्रभार रहा था। कांडा ने कहा, ‘‘मेरे खिलाफ सिर्फ एक झूठा मामला (आईपीसी की धारा 306 के तहत) है।’’
यह धारा आत्महत्या के लिये उकसाने से संबद्ध है। अपने चुनावी हलफनामे में कांडा ने अपने खिलाफ नौ लंबित मामलों का जिक्र किया है जिनमें धोखाधड़ी, कर चोरी और चेक बाउंस के मामले भी शामिल हैं। गौरतलब है कि कांडा की तत्कालीन एमडीएलआर एयरलाइंस की कर्मचारी गीतिका शर्मा दिल्ली के अशोक विहार स्थित अपने आवास में पांच अगस्त 2012 को मृत पाई गई थी। गीतिका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि वह कांडा और उसके एक कर्मचारी द्वारा प्रताड़ित किये जाने के चलते आत्महत्या कर रही है।
इस मामले में कांडा के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया था, जिसमें वह फिलहाल जमानत पर हैं। गीतिका की मौत के छह महीने बाद उसकी मां ने भी कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी और एक बार फिर कांडा पर आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप लगे।
विवाद के तूल पकड़ने पर कांडा ने इस्तीफा दे दिया। उस वक्त हरियाणा में विपक्ष में रही भाजपा ने कांडा के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी। कांडा अतीत में इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से भी जुड़े रहे थे। कांडा की तरक्की का सफर सिरसा में लगभग हर किसी को पता है, जहां उन्होंने जूते चप्पल की दुकान से अपना व्यवसाय शुरू किया था। बाद में वह जमीन जायदाद की खरीद फरोख्त से जुड़ गये और फिर विमानन क्षेत्र में उतर गये।
यह पूछे जाने पर कि उन्हें और अन्य निर्दलीय विधायकों को किस चीज ने भाजपा का समर्थन करने को प्रेरित किया, कांडा ने कहा, ‘‘हमें लगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश बखूबी प्रगति कर रहा है और यहां तक कि राज्य सरकार ने भी अच्छा प्रदर्शन किया तथा एक साफ सुथरा और पारदर्शी शासन दिया।’’ कांडा ने दावा किया कि कांग्रेस नेताओं ने उनसे संपर्क किया था लेकिन, ‘‘हमने भाजपा का समर्थन करने का फैसला किया।’’