हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा को अपने 75 से ज्यादा सीटें जीतने के दावे पर खरा उतरने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक को भेदना होगा. पूरे हरियाणा में घूमने के बाद मुख्यमंत्नी मनोहरलाल खट्टर की जनआशीर्वाद यात्ना के समापन पर, प्रधानमंत्नी नरेंद्र मोदी की रोहतक में रैली का मकसद भी यही था. लोकसभा चुनाव में सभी 10 सीटें हासिल करने के बाद अब भाजपा ने विधानसभा चुनावों का शंखनाद भी रोहतक से किया है.
भाजपा का फोकस लंबे समय से रोहतक पर है. पिछले आम चुनाव में रोहतक एकमात्न ऐसी सीट थी, जिस पर भाजपा नहीं जीत पाई थी. विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत मिली थी और यह सब हुड्डा के प्रभाव वाले क्षेत्न थे. इसके बाद भाजपा ने अपनी पूरी ताकत रोहतक और इसके साथ लगते झज्जर और सोनीपत जिलों में लगाई है.
इस बार भाजपा ने रोहतक लोकसभा क्षेत्न से हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को हरा दिया है और आने वाले चुनाव में हुड्डा को रोहतक में ही घेरने की तैयारियों में जुटी है.
प्रधानमंत्नी मोदी ने लोगों से अपना जुड़ाव दिखाते हुए कहा, ‘‘आज तक मैंने हरियाणा से जितना मांगा है, यहां के लोगों ने उससे ज्यादा ही दिया है. रैली में इतनी बड़ी तादाद में लोगों की मौजूदगी हवा का रुख बता रही है. मनोहर सरकार ने जैसे हरियाणा की सेवा की है, उसी का जीता जागता स्वरूप यह जनआशीर्वाद है. रोहतक में यात्ना की समाप्ति से यह तय हो गया है कि आने वाले समय में हरियाणा का आशीर्वाद किसके साथ रहेगा.’’
रोहतक में हुड्डा पिता-पुत्न का किला भेदने के लिए मोदी ने दो बड़ी परियोजनाओं की शुरु आत की.