हरियाणा विधानसभा चुनाव : दल बदल करने में महिला नेता भी कम नहीं, कांग्रेस छोड़ कई चलीं बीजेपी में
By बलवंत तक्षक | Published: September 21, 2019 10:02 AM2019-09-21T10:02:59+5:302019-09-21T10:04:28+5:30
हरियाणा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सुमित्र चौहान ने अपनी टीम की ज्यादातर पदाधिकारियों को भाजपा की सदस्यता दिलवा दी है.
हरियाणा में आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर दल-बदल के मामले में महिला नेता भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही हैं. इस दौरान तीन बड़ी महिला नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है.
जिंदगी में लंबे समय से कांग्रेस की जड़ें सींचती आ रहीं इन महिला नेताओं ने अब भाजपा की नर्सरी क्लास में दाखिला ले लिया है.
भाजपा में शामिल होने वाली नेताओं में हरियाणा महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष सुमित्र चौहान और हरियाणा राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुमन दहिया शामिल हैं. इससे पहले हरियाणा की पूर्व मुख्य संसदीय सचिव शारदा राठौड़ भी कांग्रेस छोड़कर भगवा रंग में रंग चुकी हैं.
शारदा राठौड़ ने भाजपा में शामिल होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तरफ से रोहतक में आयोजित महापरिवर्तन रैली में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनावों के लिए कमर कस लेने का जोरदार आह्वान किया था. लेकिन रैली के कुछ दिन बाद ही अचानक उन्होंने भाजपा का दामन थामकर सबको चौंका दिया.
राठौड़ दो बार बल्लभगढ़ से कांग्रेस के टिकट पर विधायक रह चुकी हैं. मुख्यमंत्री रहते हुड्डा ने उन्हें मुख्य संसदीय सचिव बनाया था. अब आने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के टिकट पर वे एक बार फिर अपनी किस्मत आजमाने की इच्छुक हैं.
सुमित्र चौहान ने लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के सभी दस सीटों पर हारने के बाद नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
पार्टी ने उनका त्यागपत्र नामंजूर करते हुए उन्हें अपना कामकाज संभालने के निर्देश दिए थे. पूरी जिंदगी कांग्रेस में रहते हुए महिलाओं के हक में आवाज उठाती रही सुमित्र चौहान ने प्रदेश कांग्रेस की नविनयुक्त अध्यक्ष कुमारी शैलजा का बुके भेंट कर स्वागत भी किया और फिर थोड़े दिन बाद ही खुद के भाजपा में शामिल होने की घोषणा भी कर दी.
कांग्रेस में रहते हुए सुमित्र चौहान ने विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार किया था और अब भाजपा में शामिल होने के बाद भी उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है.
फिलहाल, आधी आबादी के लिए पूरी लड़ाई लड़ने के इरादे के साथ राजनीति के मैदान में उतरी हरियाणा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रही चौहान ने कहा है, मैंने भाजपा की नर्सरी क्लास में दाखिला ले लिया है. पार्टी में मुद्दों के साथ आगे बढ़ने से पहले वे भाजपा की नीतियों को सीखने की कोशिश करेंगी.
सुमन दहिया की गिनती कांग्रेस की तेजतर्रार महिला नेता के रूप में होती रही है. हुड्डा सरकार के दौरान उन्हें राज्य महिला आयोग के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उन्होंने आयोग के कामकाज को गति भी दी. लेकिन दहिया भी अब अचानक कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं हैं.
भाजपा में क्यों गई महिला नेता?
सवाल उठ रहे हैं कि शारदा राठौड, सुमित्र चौहान और सुमन दहिया अचानक भाजपा में क्यों गई? इस बारे में उनका कहना है कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर में धारा-370 और तीन तलाक खत्म करने के फैसलों से खुश हैं. उनका कहना है कि वे किसी लालच में नहीं, बल्कि महिलाओं को सम्मान और सुरक्षा दिलाने के साथ ही उनके साथ समानता के व्यवहार की उम्मीद लेकर भाजपा में आई हैं.
और कौन शामिल हुआ भाजपा में?
हरियाणा महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रहीं सुमित्र चौहान ने अपनी टीम की ज्यादातर पदाधिकारियों को भाजपा की सदस्यता दिलवा दी है.
भाजपा में शामिल होने वाली महिला कांग्रेस पदाधिकारियों में पूजा शर्मा, रेणु डाबला, राजबाला श्योराण, वंदना पोपली, शकुंतला भदौरिया, साधना यादव, सुदेश मालिक और राजेश चौधरी आदि शामिल हैं.