हरियाणा विधानसभा चुनाव: अशोक अरोड़ा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद थानेसर में मुकाबला हुआ दिलचस्प, जानें पूरा समीकरण

By भाषा | Published: October 13, 2019 04:07 PM2019-10-13T16:07:23+5:302019-10-13T16:07:23+5:30

कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार पर किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित नहीं कर पाने का आरोप लगाया। साथ ही बेराजगारी को लेकर भी उसपर निशाना साधा। भाजपा और कांग्रेस के अलावा इनेलो, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी), आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार भी यहां मैदान में हैं। हरियाणा में 21 अक्टूबर को मतदान होना है और 24 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी। 

haryana assembly elections 2019: After Ashok Arora joined Congress, there was an interesting contest in Thanesar, know the whole equation | हरियाणा विधानसभा चुनाव: अशोक अरोड़ा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद थानेसर में मुकाबला हुआ दिलचस्प, जानें पूरा समीकरण

हरियाणा विधानसभा चुनाव: अशोक अरोड़ा के कांग्रेस में शामिल होने के बाद थानेसर में मुकाबला हुआ दिलचस्प, जानें पूरा समीकरण

Highlightsभाजपा विधायक सुभाष सुधा और अशोक अरोड़ा के बीच होने की उम्मीद है। थानेसर नगर परिषद् पर 1994 से ही सुधा के परिवार की अच्छी पकड़ है।

हरियाणा के थानेसर विधानसभा सीट से 20 से अधिक उम्मीदवार अपनी चुनावी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन यहां असली मुकाबला भाजपा विधायक सुभाष सुधा और अशोक अरोड़ा के बीच होने की उम्मीद है। अरोड़ा हाल ही में इनेलो से कांग्रेस में शामिल हुए हैं। सुधा और अरोड़ा दोनों ‘इंडियन नेशनल लोकदल’ (इनेलो) के कार्यकर्ता के रूप में 90 के दशक में राजनीति में सक्रिय हुए थे।

अरोड़ा जहां 1990 में उपचुनाव में जीत दर्ज कर थानेसर से विधायक चुने गए वहीं सुधा 1994 में नगर परिषद् के अध्यक्ष बने। थानेसर नगर परिषद् पर 1994 से ही सुधा के परिवार की अच्छी पकड़ है। सुभाष सुधा जहां एक बार नगर परिषद् के अध्यक्ष रहे, वहीं उनकी पत्नी उमा सुधा तीसरी बार इसकी अध्यक्ष चुनी गई हैं।

अरोड़ा 1990 से थानेसर से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने 1996, 2000 और 2009 में भी यहां से जीत दर्ज की। वर्ष 2014 में भाजपा में शामिल होने से पहले तक सुधा ने करीब पांच साल तक कांग्रेस का दामन थामे रखा। उस चुनाव में उन्होंने मौजूदा सांसद और तत्कालीन इनेलो प्रदेश प्रमुख अरोड़ा को 25,638 मतों के अंतर से मात दी थी।

थानेसर विधानसभा क्षेत्र में दोनों नेताओं के बीच इस बार भी कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है। विधायक सुधा जहां अपनी चुनावी सभाओं में किये गए विकास कार्यों को गिना रहे हैं। वहीं, अरोड़ा ने कोष के इस्तेमाल पर सवाल उठाते हुए दावा किया, ‘‘ भ्रष्टाचार के अलावा जमीनी स्तर पर और कुछ भी ठोस रूप से दिखाई नहीं दे रहा।’’

कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार पर किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित नहीं कर पाने का आरोप लगाया। साथ ही बेराजगारी को लेकर भी उसपर निशाना साधा। भाजपा और कांग्रेस के अलावा इनेलो, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी), आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार भी यहां मैदान में हैं। हरियाणा में 21 अक्टूबर को मतदान होना है और 24 अक्टूबर को मतगणना की जाएगी। 

Web Title: haryana assembly elections 2019: After Ashok Arora joined Congress, there was an interesting contest in Thanesar, know the whole equation

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