हरियाणा में सुधा भारद्वाज को प्रदेश महिला कांग्रेस की कमान सौंप कर पार्टी ने ब्राह्मण कार्ड खेला है. अभी वे प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष के तौर पर कार्य कर रही थीं. भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने सुधा को अगले आदेशों तक कार्यकारी अध्यक्ष पद पर कार्य करने का जिम्मा सौंपा है. राज्य महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुमित्र चौहान के हाथ का साथ छोड़कर अचानक भगवा रंग में रंग जाने के बाद पार्टी ने यह फैसला किया गया है.
हरियाणा में 21 अक्तूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी ने सुधा भारद्वाज को महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पर नियुक्त कर ब्राह्मण समुदाय को खुश करने की कोशिश की है. हाल ही पार्टी आलाकमान ने अनुसूचित जाति से कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और जाट समुदाय से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी सौंपी थी. नई जिम्मेदारी मिलने के बाद सुधा अब ब्राह्मणसमुदाय को कांग्रेस के साथ जोड़ने की कोशिश करेंगी. उन्होंने कहा है, पार्टी की मजबूती के लिए मुझ से जो भी संभव हो सकेगा, करने के प्रयास करूंगी.
अपनी जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने उन्हें ताज पहनाने की कोशिश कर रहे ब्राह्मण समुदाय के नेताओं को अचानक गर्दन काटने की धमकी दे दी थी. चुनावी मौसम में खट्टर के खिलाफ यह मुद्दा बन गया था. ब्राह्मण समाज ने खट्टर के बहिष्कार की धमकी दे दी थी. इस पर बिना देर किए खट्टर ने अपने कहे पर खेद भी व्यक्त कर दिया था. ऐसे समय में कांग्रेस ने सुधा भारद्वाज को महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देकर निश्चित ही ब्राह्मणों को राजी करने का प्रयास किया है.
महिला कांग्रेस अध्यक्ष चौहान ने थाम लिया था भाजपा का दामन
हरियाणा में कांग्रेस मामलों के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने एक पत्र के जरिए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा को एक पत्र भेजकर यह जानकारी दी है. महिला कांग्रेस अध्यक्ष का पद सात सितंबर से खाली चल रहा था. महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र चौहान इसी दिन भाजपा में शामिल हो गई थीं. सुमित्र 19 फरवरी, 2014 से कांग्रेस महिला अध्यक्ष थीं. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद सुमित्र चौहान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन इसे स्वीकार नहीं कर उन्हें अपने पद पर बने रहने के निर्देश दिए गए थे. शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद कांग्रेस की गुटबाजी से परेशान चल रही सुमित्र चौहान भाजपा में शामिल हो गई थीं.