haryana assembly election 2019: कांग्रेस से हुड्डा सीएम पद के उम्मीदवार
By बलवंत तक्षक | Published: September 9, 2019 07:44 AM2019-09-09T07:44:28+5:302019-09-09T07:44:28+5:30
हुड्डा ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें भाजपा के पन्ना प्रमुखों के पन्ने फाड़कर अपने बूथ मजबूत करने हैं. राज्यसभा सदस्य शैलजा ने कहा, मैं चुनाव नहीं लडूंगी.
हरियाणा में आने वाले विधानसभा चुनावों में अगर कांग्रेस को बहुमत मिलता है तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक बार फिर राज्य की बागडोर संभाल सकते हैं. कांग्रेस के हरियाणा मामलों के प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने ऐसे संकेत दिए हैं. मौका प्रदेश कांग्रेस की नविनयुक्त अध्यक्ष कुमारी शैलजा की ताजपोशी का था.
आजाद उन्हें डॉ. अशोक तंवर की जगह पार्टी की कमान सौंपने के लिए चंडीगढ़ स्थित कांग्रेस मुख्यालय आए थे. उन्होंने कहा, अगली बार मैं और हुड्डा संभवतया रिटायर हो जाएंगे.
इसके बाद आने वाला वक्त शैलजा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा का होगा. विधानसभा चुनावों के लिए गठित चुनाव प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले भी हरियाणा में लगातार दस साल तक मुख्यमंत्री रह चुके हैं.
पार्टी ने उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी भी दी है.
अब आजाद ने संकेतों के जरिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को कांग्रेस के सत्ता में आने की सूरत में भावी मुख्यमंत्री भी प्रोजेक्ट कर दिया है.
कांग्रेस को चुनावों में कामयाबी दिलाने का जिम्मा शैलजा और हुड्डा के कंधों पर है. कुमारी शैलजा की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी के लिए आयोजित समारोह में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर, कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी और पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के विधायक बेटे कुलदीप बिश्नोई नजर नहीं आए, जबकि पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव मौजूद थे.
इस मौके पर आजाद ने केवल इतना कहा, तंवर और किरण को आना चाहिए था, लेकिन कोई व्यस्तता रही होगी. हुड्डा ने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें भाजपा के पन्ना प्रमुखों के पन्ने फाड़कर अपने बूथ मजबूत करने हैं. राज्यसभा सदस्य शैलजा ने कहा, मैं चुनाव नहीं लडूंगी.
मेरा किसी से मनमुटाव नहीं, सभी साथ चलेंगे
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी में अंतर्कलह की बात को खरिज करते हुए कहा है कि उनका किसी नेता के साथ मनमुटाव नहीं है और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर सहित सभी नेताओं को साथ लेकर चलना चाहिए.
हाल ही में कांग्रेस की चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख और विधायक दल के नेता नियुक्त किए गए हुड्डा ने यह भी कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में ‘मोदी फैक्टर’ नहीं होगा क्योंकि जनता मुख्यमंत्री को ध्यान में रखकर और उनकी एवं खट्टर की सरकारों के कामों की तुलना करते हुए वोट करेगी.
हुड्डा ने कहा, ‘‘सारे हालात के मद्देनजर पार्टी आलाकमान ने जो फैसला किया है, उससे मैं संतुष्ट हूं. चुनाव सामने है और सबको इकट्ठा होकर चुनाव लड़ना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सही बात है कि फैसले में देरी हुई, लेकिन चलो फैसला हुआ तो सही.’