हरियाणा चुनाव: कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं की अगली पीढ़ी को उतारा मैदान में, इनको दिए टिकट
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 5, 2019 09:47 AM2019-10-05T09:47:28+5:302019-10-05T09:47:28+5:30
Congress: केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती को भले ही भाजपा ने रेवाड़ी से टिकट नहीं दी, लेकिन कांग्रेस ने उनके भाई राव यदुवेंद्र सिंह और भाई राव अजीत के बेटे राव अर्जुन सिंह को अटेली क्षेत्र से उतारा है मैदान में
चंडीगढ़, बलवंत तक्षक: हरियाणा विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने इस बार पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की अगली पीढ़ी को मैदान में उतार दिया है, जहां कई पूर्व मंत्रियों के बेटों को कांग्रेस ने टिकट दिए हैं, वहीं पार्टी के दिवंगत नेताओं के बेटों को भी पहली बार मैदान में किस्मत आजमाने का मौका दिया है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरमहेंद्र सिंह चट्ठा के बेटे मनदीप सिंह चट्ठा को कुरुक्षेत्र जिले की पेहोवा सीट से टिकट दिया गया है। प्रदेश कांग्रेस के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहे पूर्व मंत्री फूलचंद मुलाना के चुनाव क्षेत्र मुलाना में उनके बेटे वरुण चौधरी पर भरोसा जताया गया है।
रेवाड़ी से चिंरजीव राव को उतारा गया मैदान में
इसके साथ ही रेवाड़ी क्षेत्र से पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे चिरंजीव राव को मैदान में उतारा गया है। पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के बेटे विजय प्रताप सिंह को फरीदाबाद जिले के बडखल क्षेत्र से आजमाया जा रहा है।
कई बार चुनाव हार चुके के.वी. सिंह की जगह इस बार डबवाली क्षेत्र से उनके बेटे अमित सिहाग को टिकट दिया गया है। इसके अलावा कांग्रेस के कई दिवंगत नेताओं के बेटे भी पहली बार मैदान में उतर रहे हैं।
इनमें पूर्व मंत्री स्वर्गीय शिवचरणलाल शर्मा के बेटे नीरज शर्मा को फरीदाबाद एनआईटी, पूर्व मंत्री बृजमोहन सिंगला के बेटे अंशुल सिंगला को जींद और पूर्व विधायक मनीराम केहरवाला के पोते शीशपाल केहरवाला को कालांवाली क्षेत्र से चुनाव लड़ाया जा रहा है।
राव इंद्रजीत सिंह के बेटी को कांग्रेस ने कोसली से दिया टिकट
उधर, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को भले ही भाजपा ने रेवाड़ी क्षेत्र से टिकट नहीं दिया हो, लेकिन कांग्रेस ने उनके छोटे भाई राव यदुवेंद्र सिंह को कोसली और दूसरे भाई राव अजीत सिंह के बेटे राव अर्जुन सिंह को अटेली क्षेत्र से किस्मत आजमाने का मौका दिया है। यदुवेंद्र पहले भी कांग्रेस के टिकट पर विधायक रह चुके हैं, जबकि अर्जुन पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि इंद्रजीत सिंह के पिता स्वर्गीय राव वीरेंद्र सिंह हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे हैं और दक्षिण हरियाणा में इस परिवार का अच्छा-खासा दबदबा माना जाता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बेटों ने विधानसभा चुनावों के लिए अपने-अपने क्षेत्रों से नामांकन पत्र दाखिल कर प्रचार शुरू कर दिया है। लोगों को अपनी तरफ लुभाने में इन्हें कितनी कामयाबी मिल पाएगी और वरिष्ठ नेताओं के बेटों को कांग्रेस पार्टी की तरफ से टिकट देने का फैसला कितना कारगर साबित हो पाएगा, यह 24 अक्टूबर को ही साफ हो पाएगा।