"ज्ञानवापी कुएं का सौंदर्यीकरण महारानी बैजा बाई ने कराया था, जहां विश्वेश्वर का 'शिवलिंग' है", ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मस्जिद विवाद के बीच छेड़ा नया राग
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 23, 2023 07:17 AM2023-10-23T07:17:06+5:302023-10-23T07:25:52+5:30
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाअष्टमी के अवसर पर ग्वालियर के फूल बाग स्थित मानस भवन में पूजा-अर्चना के दौरान ऐसी बात कही, जिससे काशी के ज्ञानवापी विवाद में एक नया मोड़ आ गया है।
ग्वालियर: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाअष्टमी के अवसर पर ग्वालियर के फूल बाग स्थित मानस भवन में पूजा-अर्चना के दौरान ऐसी बात कही, जिससे काशी के ज्ञानवापी विवाद में एक नया मोड़ आ गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर बात करते हुए कहा कि जब आक्रमणकारियों ने वाराणसी को लूटा था तो उस समय महारानी अहिल्या बाई होल्कर और बैजा बाई ने काशी का संरक्षण किया था।
उन्होंने कहा, "काशी विश्वनाथ मंदिर में जहां ज्ञानवापी मस्जिद है, उसके पास के कुएं का सौंदर्यीकरण महारानी बैजा बाई ने करवाया था, जहां आदि विश्वेश्वर का 'शिवलिंग' रखा हुआ है।"
सिंधिया ने आगे कहा, "काशी की स्थापना और विश्वनाथ मंदिर के जिर्णोद्धार में अहिल्या बाई होल्कर ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मराठों का हिंदू धर्म से नाता है। यह समुदाय छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से हिंदू आस्था को संरक्षित करने के लिए जाना जाता है।"
देशवासियों को नवरात्रि के पावन समापन पर देशवासियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, "इस मौके पर मैं सभी के लिए कामना करता हूं कि वो मूल्य और सिद्धांत के प्रति कायम रहेंगे और हमारा राज्य और देश आध्यात्मिक रूप से प्रगति के पथ पर आगे बढ़ेगा।"
मालूम हो कि नवरात्रि का त्योहार राक्षस महिषासुर की हार और बुराई पर अच्छाई की जीत का सम्मान करता है। शरद नवरात्रि के 10वें दिन को दशहरा या विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है।