Gyanvapi Case: जुमा पर अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद ने लोगों से की अपील, कहा वजूखाना सील होने के कारण कम तादात में पहले से पेशाब-वजू करके आए मस्जिद
By आजाद खान | Published: May 20, 2022 09:25 AM2022-05-20T09:25:05+5:302022-05-20T09:51:01+5:30
Gyanvapi Masjid Case: आपको बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद विवादों के चलते मस्जिद के वजूखाने को सील कर दिया गया है। यही कारण है कि अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद ने नोटिस जारी कर लोगों को वजू घर से करके आने की सलाह दी है।
लखनऊ: कोर्ट में चल रहे ज्ञानवापी मस्जिद के मामले के बीच आज शुक्रवार को वाराणसी के अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद ने लोगों से कम तादात में नमाज के आने की अपील की है। अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद ने इसके लिए एक नोटिस जारी करते हुए कम तादात में जुमा की नामाज के लिए आने को कहा है। अंजुमन इंतिजामिया ने यह भी कहा है कि जो लोग मस्जिद में आ रहे हैं वे अपने घर से या कहीं और से पेशाब और वजू करके आए। अंजुमन इंतिजामिया द्वारा ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि ज्ञानवापी मस्जिद विवाद के चलते "वजुखाना" को सील कर दिया गया है। वाराणसी के लोगों को उनके मुहल्ले में ही जुमा की नमाज अदा करने की भी अपील की गई है।
Uttar Pradesh | Anjuman Intizamia Masajid, Varanasi appeals to people not to come to the mosque in large numbers to offer Friday prayers today as the "wazukhana" has been sealed due to the ongoing case. pic.twitter.com/eyfjMnfaBm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 20, 2022
अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद ने नोटिस में क्या अपील की
जुमा को देखते हुए अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद ने नोटिस जारी कर लोगों से अपील की है। अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद ने लोगों से कहा है कि पहले की तरह आज भी अपने मुहल्ले में ही जुमा की नमाज को अदा करें। इसके लिए ज्ञानवापी या शाही मस्जिद में आने की कोई खास जरूरत नहीं है। अंजुमन इंतिजामिया ने यह भी कहा है कि अगर फिर भी कोई शाही मस्जिद में आता है तो ऐसे में वे भारी तादात में न आएं। अपने नोटिस में अंजुमन इंतिजामिया ने घर से या कहीं बाहर से ही पेशाब और वजू करके आने की बात कही है। अंजुमन इंतिजामिया का कहना है कि वजूखाने के सील होने के कारण हो सकता है नमाजियों को दिक्कतें हो, ऐसे में वे बाहर से ही वजू करके आएं।
जुमे पर अंजुमन इंतिजामिया मस्जिद द्वारा जारी किया गया नोटिस
मोहतरम हज़रात
सलामे मस्नून!
जैसा कि आप हज़रात को मालूम है कि शाही जामा मस्जिद ज्ञानवापी बनारस का मुकद्दमा इस वक्त मकामी अदालत के साथ साथ हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है और यहां की मुकामी अदालत ने जामा मस्जिद के वजू खाने और इस्तिंजा खाने "शौचालय" को सील कर दिया है। इस मस्ले के हल के लिये हर मुम्किन कोशिश जारी है, अल्लाह करे जल्द ही इस परेशानी का हल निकल आए। आमीन
वज खाना और इस्तिंजा खाना "शौचालय" सील हो जाने से नमाजे पंजगाना में वज और इस्तिंजा "शौचालय" की दिक्कत पेश आरही है। चूंकि जुमा में नमाज़ियों की तादाद ज़्यादा रहती है इसलिये ये दिक्कत ज्यादा पेश आएगी।
इस मजबूरी की वजह से तमाम लोगों से अन्जुमन इन्तेज़ामिया मसाजिद बनारस की जानिब से यह अपील की जाती है कि बहुत बड़ी तादाद में नमाज के लिये आने से परहेज़ करें और हर बार की तरह इस बार भी जुमा की नमाज अपने अपने मुहल्ले ही में अदा करें साथ ही जो लोग नमाजे जुमा के लिये आएं वह इस्तिंजा "शौचालय" और वजू करके आएं ताकि आप लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो और मस्जिद इन्तेजामिया को भी परेशानियों का सामना न करना पड़े। हमें उम्मीद है कि आप हमारा पूरा सहयोग करेंगे।
ज्ञानवापी मामले में आयोग ने कोर्ट में सौंपी अपनी रिपोर्ट
आपको बता दें कि ज्ञानवापी परिसर के वीडियोग्राफी सर्वेक्षण के लिए यहां की एक अदालत द्वारा गठित आयोग ने अपनी रिपोर्ट गुरूवार को अदालत को सौंप दी है। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता मदन मोहन यादव ने बताया कि विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने 14, 15 और 16 मई को किए गए सर्वेक्षण कार्य की रिपोर्ट जिला सिविल न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश की गई है। यादव ने बताया कि अदालत द्वारा हटाए गए अधिवक्ता आयुक्त अजय मिश्रा ने छह व सात मई को की गई ज्ञानवापी परिसर की सर्वेक्षण रिपोर्ट बुधवार देर शाम अदालत को सौंप दी थी।