अहमदाबाद, 20 दिसम्बर गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने रविवार को कहा कि राज्य सरकार घनी आबादी वाले शहरी इलाकों में गरीबों को उनके आवासों के पास स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के प्रयास के तहत एक लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों और कस्बों में समर्पित क्लीनिक स्थापित करेगी।
पटेल ने संवाददाताओं से कहा कि इन क्षेत्रों में ‘दीनदयाल’ क्लीनिक प्राथमिकता के आधार पर शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग, नगर निगमों और नगरपालिकाओं को ऐसे इलाकों का चयन करने का निर्देश दिया गया है।
पटेल ने कहा, ‘‘इन क्लीनिकों में, एमबीबीएस या आयुष चिकित्सक हर दिन शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच ओपीडी मरीजों का इलाज करेंगे और दवाएं मुफ्त देंगे।’’
पटेल ने अहमदाबाद के वाडज इलाके में एक स्थल का दौरा किया जहां इस इस तरह का क्लीनिक जल्द ही शुरू होगा। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यदि किसी मरीज में गंभीर बीमारी का पता चलता है, तो उसे विशेष या सुपर स्पेशियलिटी उपचार के लिए रेफर किया जाएगा, जिसके लिए वह राज्य सरकार की 'मा वात्सल्य योजना' और ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के तहत 5 लाख रुपये तक का इलाज करा सकता है।’’
स्वास्थ्य का भी प्रभार संभालने वाले पटेल ने कहा कि सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के वास्ते इस तरह के क्लीनिक स्थापित करने के लिए वार्षिक बजट में प्रावधान किए हैं।
उन्होंने कहा कि इन क्लीनिकों के लिए नए भवनों का निर्माण किया जाएगा या ये अस्थायी आधार पर प्राथमिक स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों से संचालित होंगे।
पटेल ने कहा कि 'दीनदयाल योजना' राज्य सरकार की एक स्थायी योजना है, जो गरीब लोगों को उनके घरों के पास इलाज कराने में मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि ये क्लीनिक उन मरीजों के लिए हैं जो अपने घरों के पास स्वास्थ्य जांच कराना चाहते हैं और जब तक इन क्लीनिकों में डॉक्टरों द्वारा रेफर नहीं किया जाता है, तब तक वे शहरी स्वास्थ्य केंद्रों (यूएचसी) या अन्य अस्पतालों में जाना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि अहमदाबाद में ऐसे 74 यूएचसी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘अहमदाबाद में रामदेवनगर टेकरा में पांच से अधिक 'दीनदयाल' क्लीनिक शुरू किए जाएंगे, जहां की आबादी 30,000 के आसपास है।
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