दिल्ली: गुजरात चुनाव से पहले इंद्रनील राजगुरु आम आदमी पार्टी के 'आया राम-गया राम' हो गये हैं। कांग्रेस में लंबी पारी खेलने वाले पूर्व विधायक इंद्रनील राजगुरु का विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से मोहभंग हो गया था। इसलिए उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और राज्य में भाजपा का जमकर विरोध कर रही आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया लेकिन थोड़े वक्त में इंद्रनील फिर से मोहभंग के शिकार हुए और फिर आज दिल्ली में उस पार्टी में वापस आ गये, जिसे छोड़कर वो आप में गये थे।
कांग्रेस पार्टी ने इंद्रनील की घर वापसी का स्वागत किया, उनके प्रकरण को 'सुबह का भूला शाम में घर लौटा' जैसा मामला बताते हुए आप पर हमला किया है और कहा कि गुजरात में इंद्रनील जैसे बहुत से नेता हैं, जो आप की कार्यशैली से बेहद नाराज हैं और इससे यह भी साबित होता है कि आप और भाजपा कथनी और करनी में लगभग समान सोच रखते हैं। तभी इंद्रनील राजगुरु का आप से मोहभंग हुआ और उन्होंने पार्टी में वापसी की है।
वहीं प्रेस कांफ्रेंस में इंद्रनील राजगुरु ने कहा, ''हम हमेशा कांग्रेस के साथ थे, मेरे जाने पर मेरे परिवार को भी मंजूर नहीं था. मैं बीजेपी को हराने के लिए आप में शामिल हुआ था लेकिन मुझे लगा कि वे बीजेपी की तरह लोगों को गुमराह करते हैं।''
मालूम हो कि साल 2012 से 2017 तक कांग्रेस के टिकट पर विधायक रहे इंद्रनील राजगुरु कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के खिलाफ राजकोट से चुनावी ताल ठोंक चुके हैं लेकिन उन्हें रुपाणी के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। इंद्रनील राजगुरु ने जब कांग्रेस में वापसी की तो उस मौके पर गुजरात कांग्रेस प्रभारी डॉ रघु शर्मा भी उपस्थित थे।
खबरों के मुताबित आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भवंत मान के साथ जैसे ही गुजरात चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए इसुदान गढ़वी का नाम घोषित किया, इंद्रनील राजगुरु ने आम आदमी पार्टी से इस्तीफे का एलान कर दिया। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से छोड़कर आने वाले इंद्रनील राजगुरु को पार्टी का राष्ट्रीय महामंत्री बनाया था। लेकिन आज कांग्रेस में दोबारा वापसी करके इंद्रनील आप के 'आया राम-गया राम' हो गये।