गुजरातः 'घूंघट हटा दो...', भरी सभा में जब शिक्षा मंत्री ने महिला सरपंच से कही यह बात, जानें फिर क्या हुआ
By आजाद खान | Published: June 24, 2022 12:24 PM2022-06-24T12:24:15+5:302022-06-24T14:38:06+5:30
महिला सरपंच को घूंघट ओढ़े रखने पर बोलते हुए शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने कहा, “अगर यहां बैठे बुजुर्ग अनुमति देते हैं, तो मैं मीनाबा से इस रिवाज (घूंघट परंपरा) से बाहर आने का आग्रह करूंगा।”
गांधीनगर:गुजरात के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने एक महिला सरपंच को घूंघट हटाने की बात कही है। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने यहां पर आयोजित एक प्रोग्राम में महिला सरपंच को अपना घूंघट हटाकर सभा को संबोधन करने को कहा है। इस पर वहां मौजूद लोगों ने शिक्षा मंत्री का विरोध किया तो उन्होंने उन लोगों को समझाया। उन्होंने लोगों को समझाते हुए कहा कि हमें आगे बढ़ने के लिए ऐसे कदम उठाने पड़ेंगे।
क्या है पूरा मामला
न्यूज18 ने इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से बताया कि यह घटना उत्तर गुजरात के मेहसाणा जिले के रणतेज गांव का है जहां पर राज्य के शिक्षा मंत्री एक प्रोग्राम में हिस्सा लेने आए थे। इस दौरान महिला सरपंच मीनाबा वहां आई और उनके साथ कई और महिलाएं भी थी। महिला सरपंच मीनाबा शिक्षा मंत्री जीतू वघानी को बहुचर माता की एक फ़्रेमयुक्त तस्वीर भेंट करने के लिए स्टेज पर पहुंची थी। इस दौरान उन्होंने अपना चेहरे पर ढका रखा था जिसे देख शिक्षा मंत्री ने उसे हटाने को कहा था।
इस पर वघानी ने कहा, “अगर यहां बैठे बुजुर्ग अनुमति देते हैं, तो मैं मीनाबा से इस रिवाज (घूंघट परंपरा) से बाहर आने का आग्रह करूंगा।” शिक्षा मंत्री की बात सुनने के बाद वहां पर मौजूद भीड़ में से एक शख्स ने कहा, “साहेब, हम राजपूत हैं।”
इस पर शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने लोगों को बहुत समझाया और कहा “राजपूत, पटेल, बनिया या ब्राह्मण…जाति का इससे क्या लेना-देना है? देखिए महिलाएं कितनी खुश हैं और वे आपको कितना आशीर्वाद देंगी।”
हमें अब आगे बढ़ना होगा-शिक्षा मंत्री
गांव के लोगों को समझाते हुए शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने कहा कि वे किसी परम्परा के खिलाफ नहीं है और न ही उन्हें वे बुरा कह रहे है। उन्होंने आगे कहा कि घूंघट हटाने से मान मर्यादा नहीं घटता और अगर इसे करना है तो हमें घर में ही करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि समय के साथ बदलना चाहिए और वे अभी वही बात कह रहे है। शिक्षा मंत्री द्वारा बहुत समझाने के बाद वहां मौजूद एक बुजुर्ग ने उनकी बात मानी और महिला सरपंच को घूंघट हटाने को कहा था।
क्या कहा महिला सरपंच ने
घूंघट हटाने के बाद महिला सरपंच के लिए मंच के किनारे पर एक कुर्सी रखी गई जिस पर वे बैठी थी। इस पूरी घटना पर बोलते हुए महिला सरपंच ने कहा, “मंत्री जी सही कह रहे हैं। हमें अपना घूंघट घर तक रखना चाहिए और इस परंपरा से बाहर आने की जरूरत है। हम वैसे भी घर पर पर्दे के पीछे हैं लेकिन हमें समय के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है।” गौरतलब है कि महिला सरपंच ने चुनाव के दौरान चार पुरूष उम्मीदवारों को हराकर सरपंच बनी है।