गुजरात: डॉ गौरव गांधी ने 16 हजार मरीजों के दिल का किया था ऑपरेशन लेकिन खुद के दिल से खा बैठे गच्चा, 41 साल की उम्र में हुई हार्ट अटैक से मौत
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 7, 2023 02:55 PM2023-06-07T14:55:10+5:302023-06-07T15:13:54+5:30
गुजरात के जामनगर में हजारों लोगों के दिल का मर्ज ठीक करने वाले मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गौरव गांधी का 41 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निदन हो गया।
जामनगर:गुजरात के जामनगर में हजारों लोगों के दिल का मर्ज ठीक करने वाले मशहूर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गौरव गांधी खुद अपने दिल से गच्चा का गये। जी हां, मंगलवार को 41 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से डॉक्टर गौरव गांधी का दुखद निधन हो गया। डॉ गांधी ने अपने छोटे से जीवन में कई मरीजों के दिल की सफल सर्जरी की और उन्हें जिंदगी दी थी।
जानकारी के अनुसार डॉ गौरव गांधी ने महज 41 साल की उम्र में लगभग 16,000 मरीजों के दिल का ऑपरेशन किया था, जिनमें से ज्यादातर मरीज आज भी पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ गौरव गांधी के निधन के बारे में जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार सोमवार शाम में भी उन्होंने हर दिन की तरह अपने मरीजों को देखा और फिर क्लीनिक से जामनगर स्तित पैलेस रोड के अपने आवास पर आ गये।
परिजनों के मुताबिक घर पर डॉक्टर गौरव ने सामान्य तरीके से रात का भोजन किया और बिना किसी तकलीफ के सोने के लिए बिस्तर पर चला गये। अगली सुबह 6 बजे जब परिवार के लोग उन्हें जगाया तो पाया कि डॉ गौरव बेहोश हैं, परिवार आनन-फानन में फौरन उन्हें लेकर अस्पताल गया।
अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों की टीम ने डॉ गांधी को फौरन सीपीआर दिया। होश में लाने का प्रयास किया लेकिन लगातार 2 घंटे तक की गई डॉक्टरों की सारी मेहनत बेकार रह गई। उसके बाद डॉक्टरों ने अपने रोममर्रा के साथी डॉक्टर गौरवल गांधी को मृत घोषित कर दिया।
मालूम हो कि डॉ गौरव गांधी ने जामनगर से ही अपनी मेडिकल की पढ़ाई पूरी की और पिर वहीं प्रैक्टिस भी करने लगे। अपना क्लीनिक शुरू करने से पहले उन्होंने अहमदाबाद में कार्डियोलॉजी में विशेषज्ञता हासिल की थी। वह फेसबुक पर 'हार्ट हार्ट अटैक' अभियान में सक्रिय रूप से शामिल थे। उन्होंने हृदय स्वास्थ्य और बीमारी की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया था।