Gujarat Taja Khabar: हर रोज 3 हत्याएं और 4 रेप के मामलों से खुली कानून व्यवस्था की पोल, कोई कैसे कुछ दिन गुजार सकता गुजरात में
By महेश खरे | Published: March 4, 2020 08:05 AM2020-03-04T08:05:33+5:302020-03-04T08:05:33+5:30
गुजरात: अपराध के मामले में बीते दो साल के सरकारी आंकड़े शांतिप्रिय गुजरात की जनता के लिए भयावह हैं. दो वर्षों में राज्य में 2034 हत्या के मामले दर्ज किए गए.
गुजरात में कानून और व्यवस्था की पोल विजय रूपाणी सरकार के आंकड़े ही खोल रहे हैं. राज्य में बेतहाशा अपराध वृद्धि और शराबबंदी की विफलता का आरोप लगाते हुए विपक्ष जहां हमलावर है वहीं यह सवाल भी उठा रहा है कि ऐसे असुरक्षित माहौल में आखिर कैसे कोई कुछ दिन गुजरात में गुजार सकता है. विधानसभा में सरकार की ओर से पेश आंकड़ों के अनुसार राज्य में हर रोज 3 हत्याएं, 4 रेप और 5 रायोटिंग की घटनाएं घट रही हैं. विभिन्न कारणों से रोज 20 से अधिक लोग आत्महत्या कर रहे हैं. यह आंकड़े रूपाणी सरकार के लिए चिंता बढ़ाने वाले हैं.
गुजरात में दो वर्षों में 2034 हत्याएं
अपराध के मामले में बीते दो साल के सरकारी आंकड़े शांतिप्रिय गुजरात की जनता के लिए भयावह हैं. दो वर्षों में राज्य में 2034 हत्या के मामले दर्ज किए गए. 2720 महिलाओं के साथ रेप. अपहरण के 5897 मामले पंजीबद्ध हुए जबकि 3305 रायोटिंग की घटनाएं घटी.
हत्या के प्रयास में अहमदाबाद, सूरत आगे
हत्या के प्रयास का मामलों में अहमदाबाद और सूरत आगे रहे हैं. पिछले दो साल में हत्या के प्रयास के अहमदाबाद में 368 और सूरत में 282 मामले दर्ज किए गए. गुजरात में बेकाबू हो रहे आत्महत्या के मामलों ने पुलिस प्रशासन को परेशान करके रख दिया है. दो साल के भीतर 14702 लोगों ने विभिन्न कारणों से मौत को गले लगा लिया है. गुजरात के 33 जिलों में हर रोज 120 से ज्यादा लोगों की आकस्मिक, स्वाभाविक कारणों से मृत्यु होती है.