बिहार: विभिन्न विश्वविद्यालयों के अतिथि शिक्षकों का अलग-अलग मांगों को लेकर पटना में प्रदर्शन, जानें मामला
By एस पी सिन्हा | Published: April 3, 2023 04:27 PM2023-04-03T16:27:41+5:302023-04-03T16:36:40+5:30
बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में यूजीसी के मापदंड के अनुसार बहाल किए गए अतिथि शिक्षकों ने हटाए जाने से नाराज होकर आज जमकर प्रदर्शन किया।
पटना: बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में यूजीसी के मापदंड के अनुसार बहाल किए गए अतिथि शिक्षकों ने हटाए जाने से नाराज होकर आज जमकर प्रदर्शन किया। अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सोमवार को विधानसभा मार्च पर निकले थे। लेकिन पटना के जेपी गोलंबर पर अतिथि शिक्षकों को पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया।
इस दौरान हजारों की संख्या में पहुंचे अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांग के लिए आवाज उठाया। प्रदर्शनकारियों के साथ पालीगंज के विधायक संदीप सौरभ भी शामिल थे। बताया जाता है कि पिछले 7 वर्षों से राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में अतिथि शिक्षकों की बहाली की गई थी। लेकिन सरकार ने अब उन्हें हटा दिया है। इसका विरोध करते हुए हजारों की संख्या में पटना के गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के पास जुटे।
कई जिलों से आए अतिथि शिक्षकों ने आज विधानसभा मार्च निकाला था। जहां पुलिस प्रशासन के द्वारा उन्हें पटना के जेपी गोलंबर पर ही रोक दिया। मौके पर मौजूद अतिथि शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन में लगातार जेपी गोलंबर पर अपनी आवाज को बुलंद करते दिखे। हालांकि, जेपी गोलंबर पर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने बलपूर्वक हटा दिया।
अतिथि शिक्षकों को प्रतिबंधित क्षेत्र में रोकने के लिए जेपी गोलंबर पर पटना जिला प्रशासन की ओर से वाटर कैनन भी मंगवाए गए थे। साथ ही बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती भी की गई थी। इस दौरान अतिथि शिक्षकों के इस विधानसभा मार्च में कदम से कदम मिलाने पालीगंज के विधायक संदीप सौरव भी शामिल हो गए थे।
पूरे बिहार से पहुंचे अतिथि शिक्षकों ने अपनी मांगों को रखा है। जिसमें उनका साफ तौर से कहना है कि हम लोगों को परमानेंट किया जाए। साथ ही ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से 18 प्राध्यापकों को हटाए जाने की संभावना है, जिसे लेकर वह प्रदर्शन किया।
इस दौरान भाकपा- माले के विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि अतिथि शिक्षकों की मांग को हमने विधानसभा में भी उठाया था। अगर सरकार यह नहीं सुनती है तो आगे और प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन लोगों की जो भी मांग है, वह जायज है। सरकार को इन लोगों को परमानेंट कर देना चाहिए।