'गरीबों से उनकी जीवन-रेखा रेल छीन रही है सरकार, जनता करारा जवाब देगी', राहुल गांधी का हमला
By स्वाति सिंह | Published: July 2, 2020 05:07 PM2020-07-02T17:07:59+5:302020-07-02T17:07:59+5:30
रेलवे ने बुधवार को अपने नेटवर्क पर यात्री ट्रेनें चलाने के लिये निजी इकाइयों को अनुमति देने की योजना पर औपचारिक रूप से कदम उठाया।
नई दिल्ली:कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 109 रेल मार्गों पर ट्रेन चलाने के लिए निजी इकाइयों को अनुमति दिए जाने के फैसले की आलोचना करते हुए बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि सरकार गरीबों की एकमात्र जीवन-रेखा ‘रेल’ उनसे छीन रही है। उन्होंने यह दावा भी किया कि सरकार के इस कदम का जनता करारा जवाब देगी। गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘ रेल ग़रीबों की एकमात्र जीवन-रेखा है और सरकार उनसे यह भी छीन रही है। जो छीनना है, छीनिये। लेकिन याद रहे... देश की जनता इसका करारा जवाब देगी।’’
गौरतलब है कि रेलवे ने बुधवार को अपने नेटवर्क पर यात्री ट्रेनें चलाने के लिये निजी इकाइयों को अनुमति देने की योजना पर औपचारिक रूप से कदम उठाया। इसके तहत यात्री रेलगाड़ियों की आवाजाही को लेकर 109 मार्गों पर 151 आधुनिक ट्रेनों के जरिये परिचालन के लिए पात्रता अनुरोध आमंत्रित किए गये हैं। रेलवे ने कहा कि इसमें निजी क्षेत्र से करीब 30,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
वहीं, इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के स्वास्थ्यकर्मियों के अनुभव को लोगों के साथ साझा करने के मकसद से भारत एवं विदेश में मौजूद चार भारतीय नर्सों से बातचीत की है जिससे जुड़ा वीडियो बुधवार को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जारी किया जाएगा। राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने भारत के अलावा आस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और न्यूजीलैंड में मौजूद चार भारतीय नर्सों के साथ बातचीत की है।
गांधी ने न्यूजीलैंड में काम कर रही केरल की अनु रगनत, आस्ट्रेलिया के सिडनी में सेवारत राजस्थान के नरेंद्र सिंह, ब्रिटेन में कार्यरत केरल की शेरिमोल पुरावदी और दिल्ली स्थित एम्स में काम कर रहे केरल के विपिन कृष्णन से बातचीत की है। वह कोविड-19 संकट के असर एवं इससे निपटने के तरीकों को लेकर अलग अलग क्षेत्रों की हस्तियों के साथ संवाद कर रहे हैं। इससे पहले राहुल गांधी पूर्व अमेरिकी विदेश उप मंत्री निकोलस बर्न्स, उद्योगपति राजीव बजाज, जन स्वास्थ्य पेशेवर आशीष झा और स्वीडिश महामारी विशेषज्ञ जोहान गिसेक, प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री रघुराम राजन और नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी से भी बातचीत कर चुके हैं।