मोदी सरकार ने बैन करवाई 800 पॉर्न वेबसाइट्स, भड़के लोगों ने कहा-नेट न्यूट्रैलिटी के खिलाफ
By रामदीप मिश्रा | Published: November 1, 2018 04:22 PM2018-11-01T16:22:50+5:302018-11-01T16:26:28+5:30
बीते हफ्ते टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने ऑपरेटरों को पॉर्न वेबसाइट बैन करने के लिए कहा था, जिसके बाद जियो ने अपने नेटवर्क पर सबसे पहले करीब 800 पॉर्न वेबसाइट पर बैन लगा दिया था।
देश की नरेन्द्र मोदी सरकार ने भारत में पॉर्न वेबसाइट बैन करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद सबसे पहले जियो ने 800 पॉर्न वेबसाइट को बैन कर दिया। इसके साथ है दूसरी टेलीकॉम कंपनी एयरटेल और वोडाफोन ने भी अपने नेटवर्क पर 827 पोर्नोग्राफिक्स वेबसाइट्स को बंद कर दिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, एक नई जानकारी सामने आई है कि सरकार के इस कदम से कई लोग खुश नहीं हैं। इनमें वे अधिकतर लोग शामिल हैं जिन्होंने वेबसाइट्स का साला सब्सिक्रिप्शन ले रखा था।
पॉर्न साइट्स के बैन होने के बाद उनके मालिकों ने एक नया तरीका निकाला है क्योंकि भारत पॉर्न साइट का विश्व में तीसरा बड़ा बाजार है। पहले पर अमेरिका और दूसरे पर यूनाइटिड किंगडम है। पॉर्न हब जैसी वेबसाइट ने एक नई मिरर साइट बनाई है। वहीं अन्य वेबसाइटों ने अपने ग्राहकों को सलाह दी है कि वे मोबाइल एप डाउनलोड कर सकते हैं।
सरकार द्वारा पॉर्न बैन को लेकर उठाए गए कदमों के लेकर ट्विटर पर हैशटैग #pornban के जरिए अपनी बात रखी। साथ ही साथ उनका कहना था कि भारत में उठाया गया कदम नेट न्यूट्रैलिटी के खिलाफ है जो किसी भी कंटेंट प्रोवाइडर को किसी तरह के भेदभाव से बचाता है।
हालांकि ट्विटर यूजर्स का ये भी मानना था कि भारत सरकार को चाइल्ड पोर्नोग्राफी, रेप पोर्नोग्राफी और बीडीएम पोर्नोग्राफी के खिलाफ कड़ा फैसला लेना चाहिए था न कि पोर्नहब जैसी वेबसाइट को बैन करना चाहिए था।
आपको बता दें, बीते हफ्ते टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने ऑपरेटरों को पॉर्न वेबसाइट बैन करने के लिए कहा था, जिसके बाद जियो ने अपने नेटवर्क पर सबसे पहले करीब 800 पॉर्न वेबसाइट पर बैन लगा दिया था। सरकार के इस कदम के बाद पॉप्युलर पोर्न वेबसाइट पोर्नहब ने अपना डोमेन डॉट कॉम से बदलकर डॉट नेट कर लिया था।