तालिबान के कब्जे से पहले भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने की योजना बनाने में विफल रही सरकार: येचुरी
By भाषा | Published: August 17, 2021 07:47 PM2021-08-17T19:47:09+5:302021-08-17T19:47:09+5:30
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से पहले भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की योजना बनाने में विफल रही। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने से पहले ही भारत सरकार को भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने की योजना बना लेनी चाहिए थी, क्योंकि बाद में हवाई क्षेत्र बंद हो गया।’’ माकपा नेता ने कहा कि सरकार को भारतीय नागरिकों के बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए और सभी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उधर, काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगान राजधानी में पैदा हुए मौजूदा हालात के मद्देनजर अफगानिस्तान में स्थित भारत के राजदूत और दूतावास के करीब 120 कर्मियों को भारतीय वायुसेना के सी-17 मालवाहक विमान के जरिए काबुल से मंगलवार को स्वदेश वापस लाया गया। अफगानिस्तान में अमेरिका समर्थित सरकार के गिर जाने और देश के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश से भाग जाने के बाद रविवार को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया। तालिबान ने 11 सितंबर के हमलों के बाद अमेरिका नीत सेना के अफगानिस्तान में आने के 20 साल बाद फिर से देश पर कब्जा कर लिया है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत काबुल में हालात पर लगातार नजर रख रहा है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।