दलाई लामा पर मोदी सरकार की सफाई, कहा- धार्मिक गतिविधियों को लेकर वो आजाद हैंं
By भारती द्विवेदी | Published: March 3, 2018 02:53 PM2018-03-03T14:53:24+5:302018-03-03T15:02:35+5:30
विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रवक्ता रविश कुमार ने एक बयान में कहा है कि आदरणीय दलाई लामा को लेकर सरकार का पक्ष साफ है।
नई दिल्ली, 3 मार्च: तिब्बत धर्मगुरु दलाई लामा के भारत में निर्वासन के 60 साल होने जा रहे हैं। इस मौके पर मार्च-अप्रैल में 'थैंक यू इंडिया' के नाम से कार्यक्रम होने वाले हैं। इस कार्यक्रम को लेकर मीडिया में ये दावा किया जा रहा था कि सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों और बड़े अधिकारियों को ये निर्देश दिया था कि वो किसी भी तिब्बत में होने वाले कार्यक्रम से बचें। साथ ही भारत में उनके धार्मिक कार्यक्रम करने पर प्रतिबंध पर भी सरकार ने रुख साफ कर दिया है। बीजेपी सरकार उन पर ऐसे किसी प्रतिबंध से इनकार किया है।
लेकिन शुक्रवार (2 मार्च) को सरकार की तरफ से दलाई लामा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाने की बात कही गई है। सरकार ने कहा है कि भारत-चीन सीमा पर बढ़े तनाव को लेकर वो दलाई लामा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाने वाले हैं। विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रवक्ता रविश कुमार ने एक बयान में कहा है कि आदरणीय दलाई लामा को लेकर सरकार का पक्ष साफ है। वो आध्यात्मिक गुरु हैं। भारत के लोग उनका बहुत सम्मान करते हैं। धार्मिक गतिविधियां या घूमने को लेकर भारत में उन्हें पूरी स्वतंत्रता है।
सरकार की तरफ से ये उन मीडिया रिपोर्टों का जवाब हैं, जो कि दावा कर रही थी कि विदेश सचिव विजय गोखले ने कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा को एक नोट भेजा था, जिसमें अधिकारियों को बौद्ध धर्मगुरु के भारत निर्वासन के 60 साल पूरे होने के मौके पर सरकारी अधिकारियों को एक साल चलने वाले 'थैंक यू इंडिया' में भाग लेने से मना किया गया है।
आपको बता दें कि दलाई लामा के भारत के निर्वासन के 60 साल पूरे होने पर 1 अप्रैल से दिल्ली के त्यागराज स्पोर्ट कॉम्प्लेक्स में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। ‘थैंक यू इंडिया’ नाम से आयोजित होने जा रहे इस कार्यक्रम में दलाई लामा भारत के कई बड़े नेताओं समेत कई नामी हस्तियों को कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण देंगे।